नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन दिल्ली के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल गुरु तेग बहादुर के औचक निरिक्षण पर पहुंचे. जहां उन्होंने तमाम चीजों का निरीक्षण किया तो साथ ही केंद्र सरकार को आयुष्मान योजना को लेकर खूब घेरा. मौके पर पहुंचे मंत्री जी को मरीजों के परिजनों के विरोध का भी सामना करना पड़ा.
मरीजों से की बात
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल की ऑर्थोपेडिक ओपीडी, सर्जरी ओपीडी, एमरजेंसी सर्जरी, नई इमरजेंसी समेत विभिन्न विभागों का न केवल दौरा किया बल्कि वहां मौजूद मरीजों से भी बातचीत कर उन्हें मिलने वाली सरकारी सुविधाओं के बारे में पूछा. इस दौरान इमरजेंसी ओपीडी में खराब बेड की हालत देखकर स्वास्थ्य मंत्री भड़क गए और उन्होंने अस्पताल के एमडी से तत्काल इन बेड की जगह दूसरे बेड लगवाने के निर्देश दिए.
'जल्द मंगा लिए जाएंगे रेबीज के इंजेक्शन'
वहीं, अस्पताल में रेबीज इंजेक्शन की कमी पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस पर केंद्र सरकार से बात चल रही है क्योंकि इस समय पूरे देश में यह समस्या चल रही है.
केंद्र सरकार पर हमला
निरीक्षण पर पहुंचे सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार की 'आयुष्मान योजना' को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार इस योजना को ठीक ढंग से लागू करती तो जीटीबी में मरीजों की इतनी भीड़ न होती.
'हम प्रचार नहीं करते'
मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी योजनाओं का प्रचार करती है, लेकिन काम नहीं करते. हम प्रचार नहीं काम करते हैं. मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में अमीर- गरीब सबका इलाज हम करेंगे. दिल्ली के हर नागरिक का इलाज करने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है.
अस्पताल में हंगामा
वहीं, अस्पताल के निरीक्षण पर पहुंचे मंत्री सत्येंद्र जैन को लोगों के हंगामे का सामना करना पड़ा. हालांकि जब उनसे बात की गई तो सामने आया कि अस्पताल प्रशासन की इसमें गलती नहीं थी. दरअसल मरीज के परिजन डॉक्टर के कहे बगैर ही मरीज का सिटी स्कैन बाहर से करवाकर ले आए. जबकि इसके लिए अस्पताल के डॉक्टरों ने कुछ लिखा ही नहीं था. ऐसे ही एक लोनी के मरीज का ठीक से इलाज नहीं करने का आरोप लगाने वाले मरीज के परिजन असल में डॉक्टर के पास पहुंचे ही नहीं थे.