नई दिल्ली: हत्या करने के प्रयास में वांछित एक शूटर को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी वर्ष 2017 में बसपा की टिकट पर निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है. वह मेरठ जेल में बंद शाहीन सैफी का साथी है, जो सीधे छोटा शकील से जुड़ा हुआ है. फरार चल रहे मोहम्मद इकबाल पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
मोहम्मद इकबाल चल रहा था फरार
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार 21 फरवरी 2018 को एक शूटआउट में मक्की नामक शख्स पर मोहम्मद इकबाल सैफी ने उसके साथियों नौशाद और रिजवान के साथ मिलकर गोली चलाई थी. मेरठ जेल में बंद गैंग के सरगना शाहीन सैफी ने यह हमला करवाया था.
बता दें कि जबरन उगाही की रकम नहीं मिलने के चलते यह हमला हुआ था. इस वारदात में मक्की बच गया था, लेकिन उसके साथ मौजूद रहमान को गोली लगी थी. इस मामले में नौशाद और रिजवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मोहम्मद इकबाल फरार चल रहा था.
वारदात करने की फिराक में था इकबाल
पुलिस के अनुसार मोहम्मद इकबाल सैफी एक कुख्यात बदमाश है. स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि वह दिल्ली में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से घूम रहा है. वह शाहीन सैफी का साथी है, जो अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील का खास शूटर है.
इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस टीम मोहम्मद इकबाल सैफी की तलाश कर रही थी. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि वह वेलकम इलाके में किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से आएगा. सूचना की मदद से स्पेशल सेल की टीम ने छापा मारकर इकबाल सैफी को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस बाबत आर्म्स एक्ट का मामला स्पेशल सेल ने दर्ज किया है.
वर्ष 2017 में लड़ा निगम पार्षद का चुनाव
मोहम्मद इकबाल के खिलाफ हत्या प्रयास, आर्म्स एक्ट और चोरी के10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. मेरठ से बीए की पढ़ाई करने के बाद मोहम्मद इकबाल प्राइवेट नौकरी करता था. लेकिन अपने चाचा सरताज के साथ मिलकर उसने अपराध की दुनिया में कदम रख लिया.
सरताज की पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान मौत हो गई थी. वर्ष 2008 में उसने शाहीन सैफी के साथ मिलकर गैंग बनाया और कई वारदातों को अंजाम दिया. वर्ष 2017 में उसने बसपा की टिकट पर निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ा था, जिसमें वह हार गया था.