नई दिल्ली: स्वच्छता सर्वेक्षण में दिल्ली के तीनों नगर निगमों के खराब प्रदर्शन के बाद भाजपा ने अपने पार्षदों के कामकाज पर निगरानी बढ़ा दी है. पार्टी ने अपने पार्षदों का स्वच्छता सर्वेक्षण करना शुरू किया है. वहीं इस सर्वेक्षण के तरीके पर सवाल भी उठने लगे हैं.
एक दर्जन मानकों पर हुआ सर्वेक्षण
दिलशाद कॉलोनी वार्ड में निगम पार्षद के साथ दौरा कर रहे ये पड़पड़गज विधानसभा सीट से प्रत्याशी रह चुके नकुल भारद्वाज हैं, जो स्वच्छता सर्वेक्षण कर रहे हैं. सर्वेक्षण के तहत उन्होंने वार्ड में पार्क, डिस्पेंसरी, स्कूल, नाली, कूड़ेदान, कूड़े उठाने वाली गाड़ी, सामुदायिक भवन सरीखे करीब एक दर्जन मानकों की स्वयं मौके पर जाकर जांच की. वे इसकी रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय को सौंपेंगे.
सर्वेक्षण पर उठे सवाल
सर्वेक्षण के नतीजे आने से पहले ही इस पर विवाद भी शुरू हो गया है. नाम नहीं बताने की शर्त पर प्रदेश भाजपा के एक पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि जब सर्वेक्षण भी भाजपा के ही पदाधिकारी करेंगे तो इसमें विश्वसनीयता कम हो जाएगी. क्योंकि ये सर्वेक्षण करने वाले न सिर्फ पार्षद को बता कर वार्ड में जा रहे हैं, बल्कि पार्षद जहां ले जा रहे हैं वहीं जा रहे हैं. ऐसे में सही समीक्षा मुश्किल ही है.