नई दिल्ली: लॉकडाउन में दिल्ली से प्रवासी मजदूरों के पलायन का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. रोजाना हजारों की संख्या में मजदूर दिल्ली के कोने-कोने से चल कर उन स्थानों तक पहुंच रहे हैं. जहां से रेलवे स्टेशन ले जाने वाली बसें चलाई जा रही है. जिससे इन स्थानों पर आव्यावस्था फैल रही है. बीजेपी इसे केजरीवाल सरकार की नाकामी बता रही है.
कई-कई दिन फुटपाथ पर रहने को मजबूर
अपने घर जाने की आस लिए नंद नगरी बस डिपो के पास फुटपाथ पर बैठा एक परिवार बवाना से आया है. कभी पैदल तो कभी गाड़ी की मदद से ये परिवार इस आस में यहां चला आया कि यहां से लखीमपुर खीरी जाने के लिए कोई व्यवस्था हो जाएगी. इन्हें बताया गया था कि यूपी के लिए यहीं से गाड़ी मिल रही है. लेकिन जब ये यहां आए तो पता चला कि आज यूपी के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है. ऐसे में इस परिवार को अब यहीं फुटपाथ पर ही रहना पड़ रहा है. इन्हें इसका भी कोई अंदाजा नहीं कि ये स्थिति कब तक बनी रहेगी.
केजरीवाल सरकार को ठहराया दोषी
मजदूरों की इस हालत के लिए घोंडा विधानसभा से बीजेपी विधायक अजय महावर केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार अगर ठीक से काम करती, तो इन प्रवासी मजदूरों को सम्मानित तरीके से इनके घर पहुंचाया जा सकता था.