नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मामलों की संख्या वैसे तो 70 हजार के पार पहुंच चुकी हैं, लेकिन इसी बीच राहत वाली खबर भी सामने आई है. पिछले चार दिनों में दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ 187 मरीजों को ही भर्ती होना पड़ा है, जबकि इस दौरान 3 हजार से ज्यादा लोगों को होम क्वारंटाइन में ही रखा गया.
होम आइसोलेशन पर ज्यादा भरोसा
दिल्ली में एक तरफ सरकार कोरोना मरीजों के लिए मेक शिफ्ट अस्पताल बना कर बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रही है तो वहीं बिना लक्षण वाले या कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखने पर जोर दे रही है. दिल्ली सरकार को होम आइसोलेशन पर कितना भरोसा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 21 से लेकर 25 जून के बीच दिल्ली में कोविड हेल्थ सेंटर में सिर्फ 187 मरीजों को ही दाखिल किया गया है. बता दें कि अस्पतालों में कोरोना के सिर्फ वैसे ही मरीजों को भर्ती किया जा रहा है जिनमें कोरोना के गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हैं या जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं.
अब तक हुए करीब सवा चार लाख टेस्ट
दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक दिल्ली में 4,38,012 कोरोना टेस्ट हो चुके हैं. गुरुवार को दिल्ली में 17 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं. बता दें कि दिल्ली में कोरोना की बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में ताबड़तोड़ बैठकें की थीं, जिसके बाद राजधानी में टेस्ट की संख्या में करीब तीन गुना की बढ़ोतरी हुई थी.