नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है. किसान लगातार सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर सिंघु बॉर्डर सहित दिल्ली के मुख्य बॉर्डर पर डटे हुए हैं. आंदोलन में किसान तो आंदोलन कर ही रहे हैं, साथ ही उनकी मदद करने के लिए महिलाएं भी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं.
आंदोलन में महिलाएं साफ-सफाई से लेकर लंगर में खाना बनाने तक का काम बड़ी श्रद्धा और संजीदगी के साथ कर रही हैं. ईटीवी भारत की टीम ने दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर गुरु के लंगर में काम कर रही महिलाओं से बात की. महिलाओं ने बताया कि आंदोलन को एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है और महिलाएं सिंघु बॉर्डर सहित दिल्ली के सभी बॉर्डर पर मदद करने के लिए जा रही हैं.
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सफाई से लेकर लंगर में रोटी बनाने तक करती हैं काम
कुछ महिलाएं तो पंजाब और हरियाणा से किसानों के दल के साथ ही आई हुई हैं. कुछ महिलाएं दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से आंदोलन में अपनी भूमिका निभाने के लिए पहुंच रहे रही हैं. गुरु के लंगर में खाना बना रही महिला ने कहा कि वह उत्तम नगर के पास संत नगर इलाके से आती हैं और ऐसी कई महिलाएं उनके संपर्क में हैं, जो इस तरह से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से आंदोलन में पहुंचकर अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं.
चाहे उसमें खाना बनाना हो या फिर साफ-सफाई सभी कामों में महिलाएं अपनी भूमिका निभा रही हैं. दिल्ली के इलाकों से आने वाली महिलाएं पहले अपने घरों में काम करती हैं और उसके बाद आंदोलन में आकर काम करती हैं. इस काम के लिए उन्हें अपने घर परिवार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है.
आंदोलन के चलने तक करती रहेंगी सहयोग
अब देखने वाली बात यह होगी कि आंदोलन में लगातार सरकार और किसानों के बीच वार्ता तो हो रही है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा निकल कर सामने नहीं आया है. इस पर महिलाओं ने कहा है कि जब तक आंदोलन दिल्ली में चलता रहेगा, आंदोलन में इसी तरह महिलाएं अपनी सक्रिय भूमिका निभाती रहेंगी, चाहे उसके लिए कितना भी समय लग जाए.