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कॉल पर खुद को परिजन बताकर ठगी करने वाले दो गिरफ्तार

उत्तरी दिल्ली की साइबर थाना पुलिस ने खुद को परिजन बताकर ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है. यह लोगोंं को फोन पर बात कर खुद को दोस्त या भाई बताकर लाखों रुपये की ठगी को अंजाम देते हैं.

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Published : May 9, 2023, 5:02 PM IST

नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली की साइबर थाना पुलिस ने दो ठगों को गिरफ्तार किया है. यह लोगोंं को फोन पर बात कर खुद को दोस्त या भाई बताकर ठगी करते और LIC का अमाउंट क्रेडिट होने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी को अंजाम देते. यह मेवात से धोखाधड़ी का गोरखधंधा चलाते थे. साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान राघवेंद्र और सुरेंद्र के रूप में हुई है.

डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि इनके पास से एसीपी ऑपरेशन धर्मेंद्र कुमार की देखरेख में एक टीम ने बैंक में जमा 25 हजार कैश को जब्त किया है. साथ ही इन आरोपियों के पास से दो नकली आधार कार्ड, चार डेबिट कार्ड, दो मोबाइल और दो सिम भी बरामद किया है. इन्होंने जीएसटी इंस्पेक्टर से भी 1.45 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. यह गैंग राजस्थान और हरियाणा के मेवात एरिया से ठगी का गोरखधंधा चला रहा था.

टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम छानबीन करती हुई इनके पास पहुंची और गिरफ्तार करने में कामयाब हुई. यह लोग किसी को भी सुबह-सुबह फोन करके यह कहते कि तुमने मुझे पहचाना नहीं? जब लोग अंदाजा लगाकर अपने किसी जानकार का नाम लेते तो उन्हीं की हां में हां मिलाकर यह कहते कि सुबह-सुबह फोन इसलिए किया है, क्योंकि एलआईसी का अमाउंट मेरे अकाउंट में आना था, लेकिन वह मेरे अकाउंट में क्रेडिट हो नहीं रहा है, तो तुम अपना अकाउंट नंबर दे दो.

इसे भी पढ़ें: Firing in Delhi: मामूली कहासुनी में चली गोलियां, तीन आरोपी गिरफ्तार

लोग यह सोचते कि पैसा आना ही तो है, वह अपना डिटेल दे देते थे. इसके बाद आरोपी पीड़ित के खाते में 2 रुपए भेजते और एक लिंक पर क्लिक करने के लिए बोलते. लिंक पर क्लिक करते ही पीड़ित के खाते से पैसे निकल जाते थे. इन्होंने अब तक इस तरह से कितनी ठगी की वारदात को अंजाम दिया है, इसकी अभी छानबीन की जा रही है.

इसे भी पढ़ें: Gang Busted: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार

नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली की साइबर थाना पुलिस ने दो ठगों को गिरफ्तार किया है. यह लोगोंं को फोन पर बात कर खुद को दोस्त या भाई बताकर ठगी करते और LIC का अमाउंट क्रेडिट होने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी को अंजाम देते. यह मेवात से धोखाधड़ी का गोरखधंधा चलाते थे. साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान राघवेंद्र और सुरेंद्र के रूप में हुई है.

डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि इनके पास से एसीपी ऑपरेशन धर्मेंद्र कुमार की देखरेख में एक टीम ने बैंक में जमा 25 हजार कैश को जब्त किया है. साथ ही इन आरोपियों के पास से दो नकली आधार कार्ड, चार डेबिट कार्ड, दो मोबाइल और दो सिम भी बरामद किया है. इन्होंने जीएसटी इंस्पेक्टर से भी 1.45 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था. यह गैंग राजस्थान और हरियाणा के मेवात एरिया से ठगी का गोरखधंधा चला रहा था.

टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम छानबीन करती हुई इनके पास पहुंची और गिरफ्तार करने में कामयाब हुई. यह लोग किसी को भी सुबह-सुबह फोन करके यह कहते कि तुमने मुझे पहचाना नहीं? जब लोग अंदाजा लगाकर अपने किसी जानकार का नाम लेते तो उन्हीं की हां में हां मिलाकर यह कहते कि सुबह-सुबह फोन इसलिए किया है, क्योंकि एलआईसी का अमाउंट मेरे अकाउंट में आना था, लेकिन वह मेरे अकाउंट में क्रेडिट हो नहीं रहा है, तो तुम अपना अकाउंट नंबर दे दो.

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लोग यह सोचते कि पैसा आना ही तो है, वह अपना डिटेल दे देते थे. इसके बाद आरोपी पीड़ित के खाते में 2 रुपए भेजते और एक लिंक पर क्लिक करने के लिए बोलते. लिंक पर क्लिक करते ही पीड़ित के खाते से पैसे निकल जाते थे. इन्होंने अब तक इस तरह से कितनी ठगी की वारदात को अंजाम दिया है, इसकी अभी छानबीन की जा रही है.

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