नई दिल्ली: आदर्श नगर विधानसभा के जहांगीरपुरी इलाके में पिछले दिनों नाले में गिरने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी. जिसके बाद भी दिल्ली सरकार ने नालों को पूरी तरह से ढकने की जरूरत नहीं समझी और नाले के आसपास बैरिकेडिंग कर 'नाले गहरा है' का बोर्ड लगा कर खानापूर्ति कर दी. आजादपुर से मुकरबा चौक की ओर जाने वाले रोड पर नाले खुले हुए हैं. हजारों लोगों का सड़क से आना-जाना होता है और जहांगीरपुरी जैसी बड़ी घटना से सबक लेने के बावजूद भी दिल्ली सरकार ने अभी तक इन नालों को नहीं ढका है. जबकि सड़क पीडब्ल्यूडी विभाग की है और नाला भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत ही आता है.
नाले में गिरने से 3 बच्चों की मौत
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार आदर्श नगर विधायक से शिकायत की गई. घटना के बाद भी किसी ने कोई सूध नहीं ली. हालांकि विधायक का कार्यालय भी इसी रास्ते पर है और विधानसभा भी इसी रास्ते से आते जाते है. लेकिन आज तक नालों के ऊपर कोई ध्यान नहीं दिया गया. जबकि जहांगीरपुरी के जिस इलाके में नाले के अंदर से तीन बच्चों के शव मिले थे वह इलाका भी आदर्श नगर विधानसभा के अंतर्गत ही आता है.
घटना से नहीं लिया कोई सबक
दिल्ली सरकार को घटना से सबक लेते हुए नालों को पूरी तरह से बड़े-बड़े स्लैब डालकर ढकना चाहिए था. इलाके का दुर्भाग्य है कि अभी तक दिल्ली सरकार ने बड़ी घटना से कोई सबक नहीं लिया. हालांकि उन नालों की खानापूर्ति के लिए बैरिकेडिंग कर दी गई, लेकिन विधानसभा में बहुत सारे नाले अभी भी खुले हुए हैं जिसमें कोई बड़ा हादसा कभी भी हो सकता है. सड़क से बच्चों और आवारा पशुओं का आना-जाना होता है. रात के अंधेरे में कोई हादसा हो जाए तो उसकी जिम्मेदारी किस विभाग की होगी.
खुले नाले दावों की खोल रहे हैं पोल
बरसात के दिनों में इस सड़क पर काफी जलभराव होता है, जिसकी वजह से सड़क और नाले का पता ही नहीं चलता. अगर इस दौरान कोई बड़ा हादसा हो जाए तो किसी को कानो कान खबर तक नहीं होगी. लेकिन विधानसभा से दूसरी बार चुने गए विधायक पवन शर्मा का कहना है कि इलाके में बहुत सारे काम हुए हैं. यह काम आदर्श नगर विधानसभा और दिल्ली सरकार की पोल खोल रहे हैं.
अब जरूरत है दिल्ली सरकार घटना से सबक लेते हुए दिल्ली में सभी खुले हुए नालों को ढके, जिससे कोई बड़ी घटना होने से बचाई जा सके.