नई दिल्ली: दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे के साथ बनी मुकरबा चौक से लेकर अलीपुर गांव तक बनी सर्विस लेन का करीब 4 किलोमीटर का हिस्सा बादली विधानसभा में आता है, जिसकी हालत बहुत ही खराब है. सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं, बारिश का पानी भरे होने की वजह से सड़क पर लंबा जाम लगता है. रात तो क्या दिन के उजाले में भी सड़क पर चलने वाले लोगों को सड़क में गड्ढे होने का पता नहीं चलता, जिससे हादसे भी होते हैं और इन गड्ढों की वजह से कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं. लेकिन सरकार और स्थानीय विधायक या अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
सरकार ने किए विकास के दावे
ईटीवी भारत की टीम ने बादली विधानसभा की मुकरबा चौक से लेकर नंगली गांव तक बनी सर्विस लेन पर बड़े-बड़े गड्ढे होने की वजह से बरसात का पानी भरा हुआ था. जिनमें से बाइकर्स और बड़ी-बड़ी गाड़ियां निकल कर जा रही थी. सड़क पर लंबा जाम भी लगा हुआ था. इलाके के लोगों का कहना है कि यहां पर पिछले कई सालों से ऐसे ही हालात हैं. पहले कांग्रेस की सरकार और विधायक थे, तब भी ऐसे हालात थे और अब आम आदमी पार्टी की सरकार और विधायक है, तो भी ऐसे ही हालात हैं. हालांकि दोनों ही सरकारों ने दिल्ली के विकास के बड़े-बड़े दावे किये. उसके बावजूद भी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर मजबूरी में इन रास्तों से आने जाने को मजबूर हैं.
कई सालों से सड़क पर नहीं हुआ काम
इलाके में सेल्समैन का काम करने वाले मोहित पांडे इसी सड़क से जा रहे थे. उन्होंने बताया कि करीब 5 साल से इसी सड़क पर सेल्समैन का काम कर रहे हैं और हालात ऐसे ही हैं. एक बार भी देखने से नहीं लगा कि यहां पर दिल्ली सरकार ने कोई काम कराया है. नेशनल हाईवे के साथ बनी इस सर्विस लेन के हालात बहुत ही खराब है, सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं.
सड़क और कॉलोनियों के हालात एक जैसे
दूसरी ओर इलाके में एक छोटी सी दुकान चलाने वाले नीतीश कुमार ने बताया कि वह 10 साल से इसी इलाके में रह रहे हैं. पहले कांग्रेस की सरकार थी और अब आम आदमी पार्टी की सरकार है, दोनों ही सरकारें इलाके में काम कराने का दावा किया, लेकिन इलाके में हुए काम को देखकर नहीं लगता कि यहां पर पिछले कई सालों में किसी भी सरकार ने काम कराया है. हालांकि आम आदमी पार्टी की सरकार ने कॉलोनियों में कुछ काम कराया है और वहां भी जेसीबी मशीन से गलियों की खुदाई करवाकर छोड़ दिया.
तय मानकों के अनुसार कराई जाए मरम्मत
जरूरत है कि सरकार सड़क पर बने इन गड्ढों को भरवाए और गड्ढों को बनवाने के लिए गुणवत्ता और मानकों की जांच की जानी चाहिए. मात्र एक ही बारिश में गड्ढों में भरा हुआ मैटेरियल निकल जाता है और दोबारा फिर सड़क पर गड्ढे बन जाते हैं. सड़क पर बड़े-बड़े वाहन चलते हैं, इलाके में ज्यादातर बड़े-बड़े गोदाम बने हुए हैं. साथ ही सिरसपुर गांव में हाइवे के किनारे दिल्ली सरकार के 1500 बेड के कोविड अस्पताल का निर्माण कार्य भी चल रहा है. जिसमें बड़े बड़े वाहनों से सामान लाया जाता है और इलाके के लोगों की परेशानियों को देखते हुए सरकार को जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत करानी चाहिए.