नई दिल्ली: पिता कभी नरम तो कभी कठोर होते हैं, जो एक पेड़ की भांति अपने बच्चों को छाव देते हैं. पिता एक मजबूत ढाल की तरह होता है जो हर परिस्थिति में बच्चों का साथ देते हैं. पिता के लिए बच्चे कभी बड़े नहीं होते वह हमेशा उनके लिए अपनी खुशियों का त्याग देते हैं. इसी को लेकर आज दुनिया भर में फादर्स डे मनाया जा रहा है.
रविवार को फादर्स डे को सेलिब्रेट करने के लिए रोहिणी स्थित M2K सिनेमा हॉल की तरफ से एक विशेष पहल की गई. सिनेमा हॉल की तरफ से युवाओं की भावनाओं को दर्शाने के लिए सेल्फी प्वाइंट और सिग्नेचर प्वाइंट बनाया गया था. यहां बड़ी संख्या में युवाओं ने अपनी भावनाओं को प्रकट करते हुए अपने पिता के समर्पण और त्याग को याद कर सिग्नेचर किया.
इस दौरान कुछ युवा वर्ग के लोग अपने पिता को याद करते हुए भावुक भी हो गए. युवाओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि पिता की जगह कोई भी नहीं ले सकता. पिता हैं तो सब कुछ है, और पिता की भूमिका गार्जियन के तौर कोई और नहीं ले सकता है. लोगों ने कहा कि पिता और बच्चे का रिश्ता बेहद खास होता है. वैसे तो हर दिन पिता का होता है पर यह खास दिन पिता के त्याग और बलिदान के लिए समर्पित होता है.
बता दें कि हर साल जून माह के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है. फादर्स डे का यह दिन पिता को समर्पित किया जाता है. पिता के सभी त्याग और समर्पण को याद करते हुए सभी लोग फादर्स डे को सेलिब्रेट करते हैं.
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