नई दिल्ली: दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने लैटरल एंट्री के जरिए नौकरी मिलने पर विरोध जताया है. वे पहले भी लोक सेवा आयोग के इस प्रावधान के खिलाफ बोल चुके हैं. उन्होंने इसके खिलाफ एक ट्वीट भी किया.
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बाबा साहेब अंबेडकर के बनाए संविधान की मूल आत्मा से खिलवाड़ न हो। नौकरशाही में नियुक्ति के लिए लोक सेवा आयोग का प्रावधान है। लैटरल एंट्री के जरिए उसे बाईपास करना अनुचित। यह आरक्षण व सामाजिक न्याय के भी खिलाफ है। देश को भरोसे में लिए बगैर ऐसा करना अनुचित।
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#StopLateralEntry
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— Rajendra Pal Gautam (@AdvRajendraPal) June 17, 2020
#StopLateralEntryबाबा साहेब अंबेडकर के बनाए संविधान की मूल आत्मा से खिलवाड़ न हो। नौकरशाही में नियुक्ति के लिए लोक सेवा आयोग का प्रावधान है। लैटरल एंट्री के जरिए उसे बाईपास करना अनुचित। यह आरक्षण व सामाजिक न्याय के भी खिलाफ है। देश को भरोसे में लिए बगैर ऐसा करना अनुचित।
— Rajendra Pal Gautam (@AdvRajendraPal) June 17, 2020
#StopLateralEntry
राजेंद्र पाल गौतम का कहना है कि बाबा साहेब अंबेडकर के बनाए संविधान की मूल आत्मा से खिलवाड़ न हो. नौकरशाही में नियुक्ति के लिए लोक सेवा आयोग का प्रावधान है. लैटरल एंट्री के जरिए उसे बाईपास करना अनुचित. यह आरक्षण व सामाजिक न्याय के भी खिलाफ है. देश को भरोसे में लिए बगैर ऐसा करना अनुचित.
उन्होंने पहले भी कहा था कि कभी लैटरल एंट्री तो कभी निजीकरण और नौकरियों के आउटसोर्सिंग के जरिए आरक्षण की व्यवस्था को कमजोर बनाया जा रहा है.