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दिल्ली की सबसे सुरक्षित जेल रोहिणी में खूनी झड़प, कैदी के चेहरे पर आए 150 टांके - Prisoner

राजधानी दिल्ली की सबसे सुरक्षित जेल में आपसी झड़प के बाद कैदी पर फिर से हमला हुआ है. हादसे के बाद कैदी के चेहरे पर डेढ़ सौ टांके आए हैं.

रोहिणी जेल में कैदी पर हमला
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Published : Jul 19, 2019, 7:00 PM IST

Updated : Jul 19, 2019, 7:40 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की अत्याधुनिक और सुरक्षित मानी जाने वाली रोहिणी जेल में रविवार को कैदियों के बीच खूनी हिंसक झड़प का मामला सामने आया है. इस झड़प में सजा काट रहे दिलीप का चेहरा बुरी तरह जख्मी हो गया.

जेल में हुए इस हमले ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं.

रोहिणी जेल में कैदी पर हमला

क्या है मामला
बीते रविवार शाम के समय रोहिणी की जेल नंबर 4 में बंद कैदी दिलीप के ऊपर जेल में ही बंद अन्य कैदियों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया. जिसमें दिलीप का चेहरा, कान, आंख का पलक और गाल बुरी तरह से जख्मी हो गया.

जेल में दिलीप के ऊपर हुए हमले की जानकारी जब सुरक्षाकर्मियों को हुई तो दिलीप को आनन-फानन में रोहिणी के बाबा अंबेडकर अस्पताल में ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने दिलीप के चेहरे का उपचार किया और करीब डेढ़ सौ टांके लगाए.

दिलीप की हालत खतरे से बाहर
फिलहाल दिलीप की हालत खतरे से बाहर है. घटना के बाद ईटीवी भारत की टीम ने जब तिहाड़ जेल के डीआईजी और प्रवक्ता राजकुमार से बात करनी चाही तो उन्होंने इस तरह की कोई भी बात अपने संज्ञान में होने से मना कर दिया. जिस तरह से जेल के अंदर कैदियों के पास धारदार हथियार पाए गए हैं उससे जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की अत्याधुनिक और सुरक्षित मानी जाने वाली रोहिणी जेल में रविवार को कैदियों के बीच खूनी हिंसक झड़प का मामला सामने आया है. इस झड़प में सजा काट रहे दिलीप का चेहरा बुरी तरह जख्मी हो गया.

जेल में हुए इस हमले ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं.

रोहिणी जेल में कैदी पर हमला

क्या है मामला
बीते रविवार शाम के समय रोहिणी की जेल नंबर 4 में बंद कैदी दिलीप के ऊपर जेल में ही बंद अन्य कैदियों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया. जिसमें दिलीप का चेहरा, कान, आंख का पलक और गाल बुरी तरह से जख्मी हो गया.

जेल में दिलीप के ऊपर हुए हमले की जानकारी जब सुरक्षाकर्मियों को हुई तो दिलीप को आनन-फानन में रोहिणी के बाबा अंबेडकर अस्पताल में ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने दिलीप के चेहरे का उपचार किया और करीब डेढ़ सौ टांके लगाए.

दिलीप की हालत खतरे से बाहर
फिलहाल दिलीप की हालत खतरे से बाहर है. घटना के बाद ईटीवी भारत की टीम ने जब तिहाड़ जेल के डीआईजी और प्रवक्ता राजकुमार से बात करनी चाही तो उन्होंने इस तरह की कोई भी बात अपने संज्ञान में होने से मना कर दिया. जिस तरह से जेल के अंदर कैदियों के पास धारदार हथियार पाए गए हैं उससे जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं.

Intro:नॉर्थ वेस्ट दिल्ली,

लोकेशन - रोहिणी जेल ।

बाइट - जेल के बाहर से वॉक थ्रू ।

स्टोरी.... दिल्ली की सबसे अत्याधुनिक और सुरक्षित माने जाने वाली जेल रोहिणी जेल में बीते रविवार चार नंबर जेल में बंद कैदी दिलीप के चेहरे पर अन्य चार कैदियों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया । जिसमें दिलीप का चेहरा बुरी तरह जख्मी हो गया ।जेल में हुए इस हमले ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं । आखिरकार जेल में बंद कैदी के पास धारदार हथियार कहाँ से आये । जेल में बंद कैदियों को यह हत्यार कौन मोहिया करा रहा है ।


Body:दिल्ली की सबसे अत्याधुनिक और सुरक्षित मानी जाने वाली जेल में भी कैदी सुरक्षित नहीं है । वजह है बीते रविवार शाम के समय रोहिणी की जेल नंबर 4 में बंद कैदी दलिप के ऊपर जेल में ही बंद अन्य कैदियों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया । जिसमें दलीप का चेहरा, कान, आंख का पलक और गाल बुरी तरह से जख्मी हो गए । जेल में दिलीप के ऊपर हुए हमले की जानकारी जब सुरक्षाकर्मियों को हुई तो दिलीप को आनन-फानन में रोहिणी के बाबा अंबेडकर अस्पताल में ले जाया गया । जहां डॉक्टरों ने दिलीप के चेहरे का उपचार किया और करीब डेढ़ सौ टांके लगाए । फिलहाल दलिप की हालत खतरे से बाहर है । जब इस बारे में तिहाड़ जेल के डीआईजी और प्रवक्ता राजकुमार से बात करनी चाही तो उन्होंने इस तरह की कोई भी बात अपने संज्ञान में होने से मना कर दिया था । लेकिन जिस तरह से जेल के अंदर कैदियों के पास धारदार हथियार पाए गए हैं उसे जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं । बताया जा रहा है कि दिल्ली की दूसरी तिहाड़ की जेल नंबर तीन में बंद किसी कैदी के इशारे पर इस पूरी घटना को अंजाम दिया गया । सूत्रों की मानें तो तिहाड़ की जेल नंबर तीन में बंद किसी कैदी ने रोहिणी जेल में बंद कैदी दिलीप की हत्या की सुपारी दी थी ।


Conclusion:जब कैदी जेल में भी सुरक्षित नहीं है तो वह कहां सुरक्षित हो सकता है । जेल प्रशासन को अपने कर्मचारियों और अधिकारियों से इस बारे में सख्ताई से पूछताछ करनी चाहिए कि जेल के अंदर धारदार हथियार कैदियों को कौन मोहिया करा रहा है । उन पुलिसकर्मियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जो जेल नंबर 4 की सुरक्षा में पुलिसकर्मी मौजूद थे । जिस तरह से जेल में कैदियों के ऊपर भी लगातार हमलों की घटनाएं सामने आ रही है यह जेल प्रशासन व्यवस्था के ऊपर कई सवाल खड़े करता है ।
Last Updated : Jul 19, 2019, 7:40 PM IST

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