नई दिल्ली: दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर बीते 30 दिनों से किसान आंदोलन जारी है और बॉर्डर पर लगातार एक महीने से आंदोलन के दौरान किसानों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई है. बॉर्डर पर तरह-तरह के लंगर लगातार चल रहे हैं और किसानों के साथ-साथ आसपास के इलाके के लोग भी लंगर का मजा उठा रहे हैं.
बॉर्डर पर बच्चों की डिमांड को देखते हुए पिज्जा लंगर लगा हुआ है. लंगर के संचालक गुरलियाकत सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि यहां बीते एक सप्ताह से पिज्जा लंगर चल रहा है. बॉर्डर पर हजारों लंगर चल रहे हैं हर 10 मीटर पर लंगर की व्यवस्था है. आंदोलन में आए किसानों के छोटे-छोटे बच्चों की डिमांड थी कि लंगर में बच्चों को पिज्जा भी चाहिए तो गुरलियाकत सिंह ने अपनी संस्था के माध्यम से बॉर्डर पर पिज्जा लंगर की व्यवस्था भी कराई. लंगर में सेवादार पूरी श्रद्धा और साफ-सफाई के साथ पिज्जा बना रहे हैं. पहले मैदा का बेस तैयार किया जाता है फिर चीज म्योनीज और सॉस लगाकर उसके ऊपर सब्जी डाली जाती है. मशीन में इसे तैयार कर बाहर लोगों और बच्चों को दिया जाता है.
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झुग्गी बस्ती के बच्चे भी उठा रहे हैं पिज्जा का लुफ्त
गुरलियाकत का सिंह का कहना है कि यह आंदोलन पिछले एक महीने से चल रहा है और किसान यहां पर शांतिपूर्ण ढंग से अपना प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार किसानों की मांग नहीं मान रही है और यह आंदोलन ऐसे ही लंबे समय तक चलता रहेगा. साथ ही बॉर्डर पर चलने वाले लंगरों के बारे में बताया कि जब तक किसान आंदोलन बॉर्डर पर चलेगा तब तक यह लंगर भी इसी तरह व्यवस्थित तरीके से चलते रहेंगे. बॉर्डर पर पिज्जा अब शुरू हो चुका है और आंदोलन के खत्म होने के साथ ही यहां से समाप्त किया जाएगा. अब इस पिज्जा लंगर का लुफ्त झुग्गी बस्ती के बच्चे भी उठा रहे हैं.