नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और हज कमेटी के नेता व कार्यकर्ता सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे. पुलिस ने बीच रास्ते में ही प्रदर्शनकारियों को बैरिकेड लगाकर रोक लिया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हज हाउस पर ताला लगवा दिया है, जिससे हाजियों को काफी परेशानी हो रही है. रमजान का महीना चल रहा है और इस महीने में मुस्लिम लोग दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर हैं.
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में हज कमेटी के लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोक लिया. इस पर प्रदर्शनकारी बीच सड़क पर बैठकर दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दिल्ली सरकार मनमाने ढंग से हाजियों पर किराए के रूप में पेनाल्टी लगा रही है.
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दिल्ली सरकार के डुसुप विभाग ने बेमाना किराया वसूलने के लिए हज हाउस पर ताला लगा दिया है. जबकि, उसका किराया महज 5 रुपये प्रति वर्ग गज है. इस हिसाब से 2016 से अब तक 32 लाख रुपया किराया बनता है, लेकिन दिल्ली सरकार ने 1.32 लाख रुपये का मनमाना किराया बनाकर हज हाउस पर ताला लगा दिया है. प्रदर्शनकारियों व दिल्ली भाजपा का कहना है कि दिल्ली सरकार इस तरह से हाजियों को परेशान नहीं कर सकती, इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना होगा.
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और हज कमेटी के नेताओं ने दिल्ली सरकार को चेताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार चाहे जितनी मनमानी कर ले वह हज हाउस का ताला खुलवा कर रहेंगे. वहीं हज कमेटी के प्रदर्शनकारी नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार एक ओर खुद को मुस्लिमों का हितैषी बताती है वहीं दूसरी ओर उनके साथ लगातार सौतेला व्यवहार कर रही है. उनका आरोप है कि दिल्ली में लोगों को बिजली फ्री मिल रही है, वहीं हज हाउस से लगातार बिजली का बिल वसूला जा रहा है.