नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली का नरेला विधानसभा क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर आपको शहर और गांव का मिलाप देखने को मिलता है. यह क्षेत्र चुनाव की दृष्टी से भी काफी अहम है, फिर भी यहां के लोग आम सुविधाओं से वंचित हैं. यहां के गिने चुने इलाकों में ही विकास कार्य देखने को मिलता है.
नालों की समस्या से लोग परेशान
नरेला में जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची और लोगों से बातचीत की तो सबसे बड़ी समस्या नज़र आई वो थी नालों की, यहां काफी सारे बड़े-बड़े नाले हैं. जिनको अभी भी ठीक से बनवाया नहीं गया है. जो अभी भी खुले पड़े हैं. रोजाना इन नालों के अंदर गाड़ियों के पहिए फंसते हैं और एक्सीडेंट होते हैं. इसकी वजह से लोग काफी ज्यादा परेशान हैं.
सड़कों पर जाम लग जाता है. नालियों के साथ पानी के निकास की भी एक समस्या है. जो अभी तक बनी हुई है. उदाहरण के लिए आप के पार्षद का क्षेत्र बांकनेर गांव यहां पर पानी के निकास की समस्या पिछले काफी लंबे समय से बनी हुई है. लोग परेशान हैं हालात यह है कि छोटे-छोटे को गंदे पानी के अंदर से होकर निकलना पड़ता है. जिसकी वजह से स्थानीय लोग नाराज है.
नालियों में कूड़े का अंबार
नरेला क्षेत्र के अंदर काफी सारे खाली पड़े हुए प्लॉट्स है. जहां पर लोगों ने कूड़े का अंबार लगा दिया है. नरेला के अंदर गलियां जरूर बनवा दी गयी है, लेकिन उन्हें बिल्कुल भी मेंटेन नहीं किया गया है. नालियों का भी यही हाल है बनवा जरूर दी गई है लेकिन उनकी साफ-सफाई पिछले कई सालों से नहीं हुई है.
जिसकी वजह से नालियों के अंदर कूड़े का अंबार लगा हुआ है. कई सारी नालियां भी बंद भी पड़ी है. लोगों ने साफ तौर पर कहा कि 'आप' की सरकार ने दिल्ली में खासतौर पर नरेला में सिर्फ उन्हीं इलाकों के अंदर काम किया है जहां उनके पार्षद जीत कर आए हैं. दूसरे क्षेत्रों में उन्होंने बिल्कुल भी काम नहीं करवाया. यहां के लोगों ने बताया कि आज भी क्षेत्र में पानी के निकास की समस्या जस की तस बनी हुई है. पीने का पानी भी भरपूर मात्रा में नहीं मिल पाता. स्ट्रीट लाइट्स भी सब जगह नहीं लगी. मोहल्ला क्लीनिक भी काफी क्षेत्रों में नहीं है.