नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बदमाशों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां आए दिन बेखौफ बदमाश वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. इसी कड़ी में बुधवार को शाहबाद डेयरी इलाके में स्थानीय लोगों का हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. बीते मंगलवार हुई युवक की मौत के बाद लोगों में आक्रोश देखने को मिला. इस दौरान स्थानीय लोगों में पुलिस की भी कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं.
दरअसल, 2 सितंबर को शाहबाद डेयरी में एक व्यक्ति पर करीब 10-15 की संख्या में आए बदमाशों ने अचानक लाठी और डंडे बरसाने लगे. बदमाश इलाके के बीसी भी हैं. अकसर वह इस तरह की वारदातों को अंजाम देता है. मारपीट के दौरान पड़ोस में रहने वाली एक महिला और अखिलेश नाम का व्यक्ति बीच बचाव करने गया, तो बदमाशों ने उनके साथ भी मारपीट की. हमले में अखिलेश को गंभीर चोट आई थी. मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
पुलिस के अनुसार, पीड़ित की किसी बात को लेकर आरोपियों से कहा सुनी हुई थी. इसी लेकर यह विवाद हुआ था. मृतक की ढाई महीने की बेटी है. स्थानीय लोगों के मुताबिक हमलावरों में से एक की पहचान शाहबाद डेयरी के मजनू के रूप मे हुई है. लोगों का कहना है कि पुलिस अगर समय रहते एक्शन मोड़ में आती तो शायद ऐसा नहीं होता. लोगों के गुस्से को देखते हालात पर काबू पाने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया.
आखिरकार पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद परिवार को समझा बुझा कर हालात पर काबू पाया. पुलिस अब आरोपी की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है. ऐसे में देखना लाजमी होगा कि कब तक बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आता है. इस घटनाक्रम ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि बदमाशों में कानून का डर अब बचा ही नहीं है.
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