नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी इलाके में भारत छोड़ो आंदोलन की 81वीं वर्षगांठ मनाई गई. अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आयोग के चेयरमैन जगदीश यादव मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे. कार्यक्रम में देशभक्ति से ओत प्रोत कई प्रस्तुतियां देखने को मिली. साथ ही कार्यक्रम के दौरान समाज के विकास में मुख्य भूमिका निभाने वाले विभूतियों को भी सम्मानित किया गया.
दिल्ली के रोहिणी 11 में आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली सरकार के अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा किया गया. इस अवसर पर अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के चेयरमैन जगदीश यादव और सचिव रंजीत सिंह मुख्य अतिथि के तौर उपस्थित रहे. साथ ही कार्यक्रम के दौरान समाज की प्रतिष्ठित लोगों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी कार्यक्रम के सहभागी बने. कार्यक्रम में सांस्कृतिक और देशभक्ति से ओत प्रोत कई प्रस्तुतियां भी पेश की गई, जिसने सभागार में बैठे सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसकी गूंज तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी.
इसके अलावा कई नाट्य प्रस्तुति भी पेश किया गया, जिसे लोगों ने खूब सराहा. इस दौरान समाज और राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाली सामाजिक, व्यापारिक और राजनीतिक जगत की प्रमुख शख्सियत को राष्ट्रीय एकता अवार्ड से सम्मानित किया गया. इस मौके पर आयोजक टीम के सदस्यों ने बताया कि युवा पीढ़ियों में भारतीय संस्कृति और समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोगों को प्रोत्साहित करने के मकसद से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
विगत 8 अगस्त 1942 को 'भारत छोड़ो आंदोलन' की शुरुआत की गई थी. जिसे महात्मा गांधी के नेतृत्व में आंदोलन चलाया गया था. बता दें कि इस आंदोलन ने ब्रिटिश हुकूमत को हिलाकर रख दिया था. इस आंदोलन की वर्षगांठ पर देशभर में तमाम स्वतंत्रता सेनानियों की याद में कार्यक्रम आयोजित किए गए.
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