नई दिल्ली: अक्सर विवादों में रहने वाले दिल्ली का निगम प्रशासन एक बार फिर से सुर्खियों में आ चुकी है. हर बार की तरह इस बार भी एमसीडी अपने लापरवाही के चलते सवालों के घेरे में है. इस बार निगम प्रशासन ने मानवता को ही शर्मसार करते हुए दो मासूम बच्चों की जिंदगी को दांव पर लगा दिया. जानकारी के अनुसार, एमसीडी हाउस टैक्स अदा न करने को लेकर अमन विहार इलाके के कर्ण विहार पार्ट 5 में बहुमंजिला इमारत को सील करने पहुंचा.
इस प्रकरण में हैरानी की बात है कि इस कार्यवाही को इतनी जल्दबाजी से अंजाम दिया गया कि निगमकर्मियों ने बिल्डिंग को एक बार चैक करना भी जरूरी नहीं समझा. नतीजतन एमसीडी की लापरवाही के कारण बिल्डिंग को सील करते समय 2 बच्चो को भी सील कर दिया. इस बात की जानकारी लोगों को हुई थी. मौके पर लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसके बाद परिवार वाले और स्थानीय लोगों ने इस बाबत पुलिस को सूचित किया.
इसे भी पढ़ें: विश्व पुस्तक मेला का शुभारंभ 25 फरवरी से, प्रगति मैदान में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे उद्घाटन
मौके पर पहुंची पुलिस ने बिल्डिंग के एक गेट को खोल कर दोनों बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया और नगर निगम के अधिकारियों को भी थाने पर बुलाया. एमसीडी की इस कार्यवाही के दौरान दोनों मासूम बच्चों की मां काम से बाहर गई हुई थी, लेकिन जब वह वापस लौटी और उसे इस बात की जानकारी हुई तो मां के पैरों तले मानो जमीन ही खिसक गई.
हालांकि, इस दौरान स्थानीय लोगों में निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी साफ देखने को मिला और सभी ने निगम की कार्यशैली परसवाल खड़े किए. गौरतलब है कि बीते 22 फरवरी को ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी का मेयर चुना गया. ऐसे में जब अब दिल्ली की जनता निगम में भारी बदलाव की उम्मीद कर रही है, उसके बावजूद निगम प्रशासन की कार्यशैली सवालों के घेरे में खड़ी होती दिख रही है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिन निगमकर्मियोंं की लापरवाही ने दो मासूमों की जिंदगी को दाव पर लगा दिया.
इसे भी पढ़ें: G20 summit: विदेशी मेहमानों की सुरक्षा और मेहमान नवाजी के लिए तैयार है दिल्ली मेट्रो