नई दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी के डबल ई ब्लॉक स्थित एमसीडी स्कूल में सन्नाटा पसरा हुआ है. दंगे की अफवाहों के डर की वजह से अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा. महज 5 बच्चे ही स्कूल में पढ़ने के लिए पहुंचे, दरअसल पूरी रात अफवाहों के चलते सभी लोग डरे हुए हैं और यही वजह है कि बच्चों को घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है.
राजधानी दिल्ली में उग्र हिंसा भले ही थम गई हो लेकिन अभी भी लगातार फैल रही अफवाहों के चलते लोगों में डर और दहशत बनी हुई है. लोग इस कदर डरे हुए हैं कि आज जहांगीरपुरी के डबल इ ब्लॉक में बने एमसीडी स्कूल में सन्नाटा देखने को मिला. पूरे स्कूल में महेश 5 बच्चे पहुंचे डी ब्लॉक के स्कूल में सैकड़ों की संख्या में बच्चे पढ़ते हैं. लेकिन, आज पूरे स्कूल में 5 ही बच्चे पढ़ने के लिए पहुंचे और बाकी के बच्चों के माता-पिता इस कदर डरे हुए कि उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल तक नहीं भेजा.
बच्चों को स्कूल तक नहीं भेजा
दरअसल बीती रात जहांगीरपुरी, सुल्तानपुरी और आसपास के इलाकों सहित कई जगहों से दंगा होने की अफवाह और अलग-अलग जगहों से पथराव होने की खबरों ने लोगों को दहला कर रख दिया और उसका असर सुबह की पहली किरण के साथ देखने को मिला. जहां लोगों के कामकाज और स्कूल के बच्चों के पढ़ाई सीधे तौर पर प्रभावित हुई. माता पिता के डर का आलम इसी से पता चलता है कि उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल तक नहीं भेजा, क्योंकि डर बना हुआ है कि कहीं यह अफवाह हकीकत में ना बदल जाए.
जिस तरीके से लोगों में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है. ऐसे में जरूरत है कि अब एनजीओ और पुलिस मिलकर ऐसे प्रयास करें कि लोग सामान्य जीवन जी सकें और लोगों के दिल से डर भी खत्म हो सके.