नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी की आबोहवा दिल्लीवासियों के लिए जहरीली साबित हो रही है. वहीं, दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण पर नियंत्रण लगाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सभी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं.
दरअसल, राजधानी में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के कई कारण हैं. एक ओर बढ़ता प्रदूषण दिल्लीवासियों के लिए आफत बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर दिल्ली की अलग-अलग सड़कों पर उड़ती धूल मिट्टी भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है. यही धूल व मिट्टी प्रदूषण को बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है. कुछ इसी तरह की तस्वीर रोहिणी इलाके की भी है, जहाँ धूल लोगों के लिए बड़ी आफत बन रही है. यहां सड़क से गुजर रहे लोगों को धूल- मिट्टी की वजह से सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है.
बता दें कि दिल्ली के अमन विहार और रोहिणी सेक्टर 22 के डिवाइडर रोड पर हर रोज बड़ी संख्या में छोटे बड़े वाहन गुजरते है, जिनकी वजह से धूल मिट्टी उड़ती है. यही धूल मिट्टी प्रदूषण का स्तर बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रही है. जिसकी वजह से लोगों को सांस तक लेने में दिक्कत हो रही है. बावजूद इसके प्रशासन कोई कड़े कदम नहीं उठा रहा है.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण के मद्देनजर कई हॉटस्पॉट बनाए हैं, जहां पर विशेषरूप से पानी का छिड़काव किया जा रहा है. इसके अलावा दिल्ली के सभी विधानसभाओं में भी पानी के छिड़काव के लिए एंटी मोबाइल स्मॉग गन को कुछ समय पहले हरी झंडी दी गई है. बावजूद इसके इलाकों में प्रशासन कुंभकर्णीय नींद में सोया हुआ है. लिहाजा देखना लाजमी होगा कि प्रशासन कब तक इस ओर अपना ध्यान आकर्षित करता है.