नई दिल्ली: दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (Delhi Taxi and Tourist Transport Association) ने दिल्ली सरकार की दमनकारी नीतियों और प्रदूषण की आड़ में टैक्सी बस वालों को बेरोजगार करने की साजिश के खिलाफ रविवार को ट्रांसपोर्टर्स की मीटिंग की. इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि सोमवार (7 नवम्बर 2022) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के निवास पर भारी प्रदर्शन किया जाएगा (Protest at outside CM Kejriwal house).
कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने स्टेज 4 को आंशिक रूप से हटा दिया है, लेकिन भविष्य में दिल्ली सरकार डीजल की यूरो 4 टैक्सी-टेम्पो ट्रेवलर को बंद ना करें. अगर करें भी तो भविष्य में हमें गाड़ियों को रोकने (नुकसान) का मुआवाजा दें. दिल्ली सरकार ने जल्दबाजी में ये कदम उठाया, जिसके एवज में सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन धरना-प्रदर्शन करेगी.
दिसंबर महीने में MCD के इलेक्शन भी हैं जिसको देखकर ये फैसला लिया गया है. टैक्सी एसोसिएशन मांग करेगी कि सरकार भविष्य में दोबारा डीजल की गाड़िया बंद ना करें. कुछ डीजल गाड़ियों के चालान हुए. सरकार द्वारा गाड़ी मालिकों व ड्राइवरों के 20-20 हजार रुपयों के भारी भरकम चालान भी किए जा रहे हैं और 2 हजार का अलग से चालान ट्रैफिक पुलिस काट रही है. मुख्यमंत्री से मिल इन्हें माफ़ करने की मांग भी करेंगे. दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (Delhi Taxi and Tourist Transport Association) अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय सक्सेना को सोपेंगे.
ये भी पढें: गुजरात चुनाव और दिल्ली एमसीडी चुनाव साथ होने से बढ़ सकती हैं 'आप' की मुश्किलें
दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने बताया कि प्रदूषण का मुख्य कारक दूसरे राज्यों में पराली जलाना, कंस्ट्रक्शन या फिर बड़ी फैक्ट्रीयों का धुआं और दिल्ली के बॉर्डर पर बने कूड़े के पहाड़ों में आग लगने हैं. जब-जब सर्दी का मौसम आता है पर्यावरण में थोड़ा बदलाव होता है. दिल्ली सरकार इन बातों का फायदा उठाकर टैक्सी, टेम्पो ट्रेवलर वालों को बेरोजगार करने पर तुली हैं. दिल्ली सरकार इस दौरान हर किसी को मुआवजा या सब्सिडी देती हैं. बिजली, पानी, सवास्थ्य, महिलाओं को बस में फ्री टिकट, वकीलों को 5 लाख का हेल्थ बीमा फ्री जैसी कई सहूलियते है लेकिन टैक्सी-बसों और टेम्पो ट्रेवलर वालों को कोई सहूलियत नहीं. दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन भी दिल्ली सरकार का साथ देने को तैयार हैं. सभी अपनी गाड़ियों को पार्किंग में खड़ी करेंगे, लेकिन दिल्ली सरकार हमें भी मुआवाजा दें.
दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन टेम्पो ट्रेवलर के 6000, इनोवा क्रिस्टा के 5000 और छोटी गाड़ियों के 4000 रुपये प्रतिदिन दिन के हिसाब से दें. अन्यथा बड़ी संख्या में यूनियन के लोग इसी तरह प्रदर्शन कर अपनी मांगों को उठाते रहेंगे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप