ETV Bharat / state

युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव ' - North West District Police

युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली के नॉर्थ वेस्ट जिले की पुलिस 'ऑपरेशन बदलाव' चला रही है. एक माह के इस विशेष अभियान के तहत राह से भटके किशोरों और नवयुवकों को सही राह पर लाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पुलिस उन्हे तरह-तरह के जागरूक कर रही है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Dec 13, 2022, 8:23 PM IST

नई दिल्ली : जघन्य अपराधों में 18 वर्ष से कम उम्र के युवाओं की संलिप्तता बढ़ रही है, जो काफी खतरनाक है. दिल्ली के उत्तर-पश्चिम जिले के सब-डिवीजन जहांगीरपुरी से एकत्र किए गए आंकड़ों से यह स्पष्ट है. हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती के जघन्य अपराधों के लिए इस वर्ष गिरफ्तार/पकड़े गए 209 व्यक्तियों में से 31 फीसद सीसीएल (नाबालिग) थे. समाज के अमीर और गरीब दोनों वर्गों में न केवल अपराध में युवाओं की संलिप्तता बढ़ रही है, बल्कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग का खतरा भी बढ़ रहा है.


कई तरह से समझाने का हो रहा प्रयास : समाज से नशीले पदार्थों के खतरे को मिटाने और इसे 'नशा मुक्त' बनाने के लिए और आपराधिक और असामाजिक गतिविधियों से युवा मन को दूर करने के लिए, उत्तर-पश्चिम पुलिस ने 'ऑपरेशन-बदलाव' शुरू किया है. एक महीने के इस नशा मुक्ति अभियान का उद्देश्य 'नशामुक्त भारत अभियान' के तहत नशामुक्ति अभियान और युवाओं को उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए परामर्श देना है. महीने भर चलने वाले इस अभियान की शुरुआत जहांगीरपुरी में डीसीपी/उत्तर-पश्चिम के नेतृत्व में की गई थी और सभी एसएचओ को विशेष रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों की पहचान करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए ब्रीफ किया गया था. इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर विशेष जागरूकता अभियान चलाए गए, जिसमें स्थानीय लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. इसमें ड्रग अवेयरनेस ,सेमिनार, काउन्सलिंग सेशन, नुक्कड़-नाटक और संवेदीकरण कार्यक्रम शामिल थे. जहांगीरपुरी और लाल बाग क्षेत्र में स्पेशल काउन्सलिंग सेशन आयोजित किए गए. युवाओं को अपराधियों और असामाजिक तत्वों की संगति से दूर रहने और नफरत वाले वीडियो की नकल न करने और उन्हें उनकी एनर्जी को खेल-कूद और अन्य फिजिकल एक्टिविटी की तरफ चैनलाइज़ करने की सलाह दी गई.

बदनाम गैंग की करतूत : जहांगीरपुरी हत्याकांड में शामिल कुख्यात "बदनाम गैंग" खतरनाक स्थिति का प्रतीक है, जिसमें तीन युवा लड़कों ने अपराध की दुनिया में खुद को "बदनाम गैंग" के निडर सदस्यों के रूप में स्थापित करने और पहचाने जाने के लिए, 24 साल के एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर दी, जिसे वे जानते भी नहीं थे. उन्होंने अपने क्रूर कृत्य को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के इरादे से रिकॉर्ड किया, जिससे अन्य लोग उनके इस कथित साहसिक कार्य को देख सकें. इसके अलावा, कई अन्य जघन्य मामलों की भी जांच की गई और यह पाया गया कि साल 2022 में सब-डिवीजन जहांगीरपुरी (पीएस जहांगीरपुरी और आदर्श नगर) में लगभग 31% सीसीएल हत्या (53%), हत्या का प्रयास (32.5%) और डकैती (18%) सहित अपराधों में शामिल पाए गए.

युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
जेजेबी ने दी पुलिस को अनुमति : पुलिस ने न केवल तीनों सीसीएल को "बदनाम गैंग मर्डर केस" में गिरफ्तार किया, बल्कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास भी किए कि कड़ी सजा मिले. पुलिस ने यह अनुरोध किया था कि 17 वर्ष की आयु के एक सीसीएल के मुकदमे को सत्र न्यायालय में स्थानांतरित किया जा सकता है, जिससे उसका परीक्षण एक वयस्क की तरह आगे बढ़ाया जा सके और (JUVENILE JUSTICE BOARDS) यानी जेजेबी की ओर से इसकी अनुमति दी गई.96.7 किलो गांजा और 834 ग्राम हेरोइन बरामद : इस अभियान के तहत प्रमुख घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न स्वयंसेवकों/एनजीओ के सहयोग से संगम पार्क, जहांगीरपुरी, वजीरपुर और लाल बाग के क्षेत्रों में नुक्कड़-नाटक आयोजित किए गए. इन नुक्कड़-नाटकों के माध्यम से कहानी कहने की नाटकीय प्रस्तुति ने युवाओं को जागरूक किया कि कैसे नशे की लत के कारण परिवार बर्बाद हो जाते हैं. उन्हें नशीली दवाओं और अन्य नशीले पदार्थों के सेवन के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें इस बुराई से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया. नशीले पदार्थों के तस्करों और आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ औचक छापेमारी और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. साल 2022 में, उत्तर-पश्चिम जिले में एनडीपीएस अधिनियम के तहत कुल 83 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 90 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और 96.7 किलोग्राम गांजा और 834 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है. प्रशिक्षण देकर 80 को दी गई नौकरी :पिछले एक साल से, उत्तर-पश्चिम पुलिस विभिन्न अस्पतालों/कंपनियों के सहयोग से विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके और 'दिल्ली पुलिस की युवा योजना' के तहत उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा करके कमजोर युवाओं को मुख्यधारा में लाने का निरंतर प्रयास कर रही है. 500 से अधिक कमजोर युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया और उनमें से लगभग 80 को उपयुक्त प्लेसमेंट दिया गया. इसका उद्देश्य उन्हें आपराधिक गतिविधियों या नशीली दवाओं से दूर करना और उन्हें समाज के साथ मुख्यधारा में लाना है.
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'

ये भी पढ़ें :- मेरा पति घर में घुसकर मार सकता है; मेरी जान बचाओ..., महिला सब इंस्पेक्टर की गुहार

पुलिस आयोजित कर रही तरह- तरह के कार्यक्रम : पुलिस की ओर से शुरू से ही ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए परामर्श सत्र, जागरूकता कार्यक्रम, पैंटोमाइम शो, स्कूली बच्चों द्वारा थाने का दौरा, कौशल प्रशिक्षण और आत्मरक्षा कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं. असामाजिक और आपराधिक गतिविधियों से युवा दिमाग को दूर करने के लिए, उत्तर-पश्चिम पुलिस ने जहांगीरपुरी में युवाओं के लिए परामर्श सत्र आयोजित किया, जहां उन्हें नशीली दवाओं के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया और अपराधियों की कंपनी से दूर रहने और नफरत वाले वीडियो की नकल न करने की सलाह दी गई.

और भी जागरूकता अभियान जारी हैं : बड़ी संख्या में कमजोर युवाओं ने 'ऑपरेशन बदलाव' के तहत इस विशेष अभियान में भाग लिया और नशीली दवाओं के दुरुपयोग और इसके सेवन के खतरे को खत्म करने और अपने जीवन को अधिक सार्थक सामाजिक रूप से स्वीकार्य और उत्पादक करियर की ओर ले जाने के लिए उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस के साथ हाथ मिलाया. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह के और जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें :- पहाड़गंज आभूषण लूट: लूट के 3 महीने बाद भी पुलिस को नहीं पता लूटे गए कितने गहने, 6 करोड़ के हुए बरामद

युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'

नई दिल्ली : जघन्य अपराधों में 18 वर्ष से कम उम्र के युवाओं की संलिप्तता बढ़ रही है, जो काफी खतरनाक है. दिल्ली के उत्तर-पश्चिम जिले के सब-डिवीजन जहांगीरपुरी से एकत्र किए गए आंकड़ों से यह स्पष्ट है. हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती के जघन्य अपराधों के लिए इस वर्ष गिरफ्तार/पकड़े गए 209 व्यक्तियों में से 31 फीसद सीसीएल (नाबालिग) थे. समाज के अमीर और गरीब दोनों वर्गों में न केवल अपराध में युवाओं की संलिप्तता बढ़ रही है, बल्कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग का खतरा भी बढ़ रहा है.


कई तरह से समझाने का हो रहा प्रयास : समाज से नशीले पदार्थों के खतरे को मिटाने और इसे 'नशा मुक्त' बनाने के लिए और आपराधिक और असामाजिक गतिविधियों से युवा मन को दूर करने के लिए, उत्तर-पश्चिम पुलिस ने 'ऑपरेशन-बदलाव' शुरू किया है. एक महीने के इस नशा मुक्ति अभियान का उद्देश्य 'नशामुक्त भारत अभियान' के तहत नशामुक्ति अभियान और युवाओं को उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए परामर्श देना है. महीने भर चलने वाले इस अभियान की शुरुआत जहांगीरपुरी में डीसीपी/उत्तर-पश्चिम के नेतृत्व में की गई थी और सभी एसएचओ को विशेष रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों की पहचान करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए ब्रीफ किया गया था. इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर विशेष जागरूकता अभियान चलाए गए, जिसमें स्थानीय लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. इसमें ड्रग अवेयरनेस ,सेमिनार, काउन्सलिंग सेशन, नुक्कड़-नाटक और संवेदीकरण कार्यक्रम शामिल थे. जहांगीरपुरी और लाल बाग क्षेत्र में स्पेशल काउन्सलिंग सेशन आयोजित किए गए. युवाओं को अपराधियों और असामाजिक तत्वों की संगति से दूर रहने और नफरत वाले वीडियो की नकल न करने और उन्हें उनकी एनर्जी को खेल-कूद और अन्य फिजिकल एक्टिविटी की तरफ चैनलाइज़ करने की सलाह दी गई.

बदनाम गैंग की करतूत : जहांगीरपुरी हत्याकांड में शामिल कुख्यात "बदनाम गैंग" खतरनाक स्थिति का प्रतीक है, जिसमें तीन युवा लड़कों ने अपराध की दुनिया में खुद को "बदनाम गैंग" के निडर सदस्यों के रूप में स्थापित करने और पहचाने जाने के लिए, 24 साल के एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर दी, जिसे वे जानते भी नहीं थे. उन्होंने अपने क्रूर कृत्य को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के इरादे से रिकॉर्ड किया, जिससे अन्य लोग उनके इस कथित साहसिक कार्य को देख सकें. इसके अलावा, कई अन्य जघन्य मामलों की भी जांच की गई और यह पाया गया कि साल 2022 में सब-डिवीजन जहांगीरपुरी (पीएस जहांगीरपुरी और आदर्श नगर) में लगभग 31% सीसीएल हत्या (53%), हत्या का प्रयास (32.5%) और डकैती (18%) सहित अपराधों में शामिल पाए गए.

युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
जेजेबी ने दी पुलिस को अनुमति : पुलिस ने न केवल तीनों सीसीएल को "बदनाम गैंग मर्डर केस" में गिरफ्तार किया, बल्कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास भी किए कि कड़ी सजा मिले. पुलिस ने यह अनुरोध किया था कि 17 वर्ष की आयु के एक सीसीएल के मुकदमे को सत्र न्यायालय में स्थानांतरित किया जा सकता है, जिससे उसका परीक्षण एक वयस्क की तरह आगे बढ़ाया जा सके और (JUVENILE JUSTICE BOARDS) यानी जेजेबी की ओर से इसकी अनुमति दी गई.96.7 किलो गांजा और 834 ग्राम हेरोइन बरामद : इस अभियान के तहत प्रमुख घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न स्वयंसेवकों/एनजीओ के सहयोग से संगम पार्क, जहांगीरपुरी, वजीरपुर और लाल बाग के क्षेत्रों में नुक्कड़-नाटक आयोजित किए गए. इन नुक्कड़-नाटकों के माध्यम से कहानी कहने की नाटकीय प्रस्तुति ने युवाओं को जागरूक किया कि कैसे नशे की लत के कारण परिवार बर्बाद हो जाते हैं. उन्हें नशीली दवाओं और अन्य नशीले पदार्थों के सेवन के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें इस बुराई से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया. नशीले पदार्थों के तस्करों और आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ औचक छापेमारी और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. साल 2022 में, उत्तर-पश्चिम जिले में एनडीपीएस अधिनियम के तहत कुल 83 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 90 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और 96.7 किलोग्राम गांजा और 834 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है. प्रशिक्षण देकर 80 को दी गई नौकरी :पिछले एक साल से, उत्तर-पश्चिम पुलिस विभिन्न अस्पतालों/कंपनियों के सहयोग से विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके और 'दिल्ली पुलिस की युवा योजना' के तहत उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा करके कमजोर युवाओं को मुख्यधारा में लाने का निरंतर प्रयास कर रही है. 500 से अधिक कमजोर युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया और उनमें से लगभग 80 को उपयुक्त प्लेसमेंट दिया गया. इसका उद्देश्य उन्हें आपराधिक गतिविधियों या नशीली दवाओं से दूर करना और उन्हें समाज के साथ मुख्यधारा में लाना है.
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'

ये भी पढ़ें :- मेरा पति घर में घुसकर मार सकता है; मेरी जान बचाओ..., महिला सब इंस्पेक्टर की गुहार

पुलिस आयोजित कर रही तरह- तरह के कार्यक्रम : पुलिस की ओर से शुरू से ही ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए परामर्श सत्र, जागरूकता कार्यक्रम, पैंटोमाइम शो, स्कूली बच्चों द्वारा थाने का दौरा, कौशल प्रशिक्षण और आत्मरक्षा कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं. असामाजिक और आपराधिक गतिविधियों से युवा दिमाग को दूर करने के लिए, उत्तर-पश्चिम पुलिस ने जहांगीरपुरी में युवाओं के लिए परामर्श सत्र आयोजित किया, जहां उन्हें नशीली दवाओं के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया और अपराधियों की कंपनी से दूर रहने और नफरत वाले वीडियो की नकल न करने की सलाह दी गई.

और भी जागरूकता अभियान जारी हैं : बड़ी संख्या में कमजोर युवाओं ने 'ऑपरेशन बदलाव' के तहत इस विशेष अभियान में भाग लिया और नशीली दवाओं के दुरुपयोग और इसके सेवन के खतरे को खत्म करने और अपने जीवन को अधिक सार्थक सामाजिक रूप से स्वीकार्य और उत्पादक करियर की ओर ले जाने के लिए उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस के साथ हाथ मिलाया. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह के और जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें :- पहाड़गंज आभूषण लूट: लूट के 3 महीने बाद भी पुलिस को नहीं पता लूटे गए कितने गहने, 6 करोड़ के हुए बरामद

युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए दिल्ली पुलिस की पहल 'ऑपरेशन बदलाव'
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.