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यमुना घाट के पास रहने वाले लोगों को रोहिणी के शेल्टर होम भेजा गया - Delhi lockdown

कश्मीरी गेट में यमुना नदी के किनारे कुदसिया घाट पर सैंकड़ों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर जमा हो गए थे. दिल्ली पुलिस अब इन लोगों को रोहिणी शेल्टर होम भेज रही है.

People living near Yamuna Ghat
लोगों को रोहिणी के शेल्टर होम भेजा गया
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Published : Apr 15, 2020, 8:32 PM IST

नई दिल्ली: कश्मीरी गेट में यमुना नदी के किनारे कुदसिया घाट पर सैंकड़ों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर भूखे रहने को मजबूर हैं. हैरानी की बात है कि सरकार और सरकारी एजेंसियों की तरफ से यहां भोजन और स्वास्थ्य व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं है. भोजन ना मिलने की वजह से कई मजदूर बीमार हो गए हैं और सरकार से भोजन देने की अपील कर रहे हैं.

लोगों को रोहिणी के शेल्टर होम भेजा गया

दिल्ली पुलिस ने रोहिणी के शेल्टर होम भेजा

हालांकि पुलिस का कहना है कि इनमें से एक भी प्रवासी मजदूर नहीं है. ये तमाम लोग हनुमान मंदिर के आस-पास पिछले कई सालों से रह रहे हैं. जो निगम बोध घाट के पास बने शेल्टर होम में रुके हुए थे. लेकिन अभी 3 दिन पहले उस शेल्टर होम में आग लग गयी थी. जिससे ये सभी यमुना पुस्ते पर रहने लगे. अब पुलिस और दिल्ली सरकार मिलकर इन सब लोगों को रोहिणी के शेल्टर होम में भेज रही है.

खाने-पीने की चीजों के लिए मजदूर परेशान

हालांकि, इन लोगों का कहना है कि ये सब मजदूर है और दिनभर मेहनत मजदूरी करके पेट पालते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब काम बंद हो गए. जिसकी वजह से खाने-पीने की चीजों के लिए भी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

नई दिल्ली: कश्मीरी गेट में यमुना नदी के किनारे कुदसिया घाट पर सैंकड़ों की संख्या में दिहाड़ी मजदूर भूखे रहने को मजबूर हैं. हैरानी की बात है कि सरकार और सरकारी एजेंसियों की तरफ से यहां भोजन और स्वास्थ्य व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं है. भोजन ना मिलने की वजह से कई मजदूर बीमार हो गए हैं और सरकार से भोजन देने की अपील कर रहे हैं.

लोगों को रोहिणी के शेल्टर होम भेजा गया

दिल्ली पुलिस ने रोहिणी के शेल्टर होम भेजा

हालांकि पुलिस का कहना है कि इनमें से एक भी प्रवासी मजदूर नहीं है. ये तमाम लोग हनुमान मंदिर के आस-पास पिछले कई सालों से रह रहे हैं. जो निगम बोध घाट के पास बने शेल्टर होम में रुके हुए थे. लेकिन अभी 3 दिन पहले उस शेल्टर होम में आग लग गयी थी. जिससे ये सभी यमुना पुस्ते पर रहने लगे. अब पुलिस और दिल्ली सरकार मिलकर इन सब लोगों को रोहिणी के शेल्टर होम में भेज रही है.

खाने-पीने की चीजों के लिए मजदूर परेशान

हालांकि, इन लोगों का कहना है कि ये सब मजदूर है और दिनभर मेहनत मजदूरी करके पेट पालते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब काम बंद हो गए. जिसकी वजह से खाने-पीने की चीजों के लिए भी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

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