नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में वेतन न मिलने से नाराज चल रहे निगम कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन रौद्र रूप लेता जा रहा है. पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे निगम कर्मचारियों ने एमसीडी के सभी काम काज ठप्प कर दिए हैं. दिल्ली में निगम कर्मियों ने अपने इसी विरोध-प्रदर्शन को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार को काम बंद हड़ताल का आह्वान करते हुए पैदल मार्च निकाला. एमसीडी कर्मचारियों के इस पैदल मार्च की शुरुआत रोहिणी निगम जोन से की गई और मधुबन चौक पर इस पैदल मार्च का समापन किया गया. मधुबन चौक पर पहुंच कर निगम कर्मचारियों ने सड़क को जाम कर दिया. सरकार तक अपना संदेश पहुंचाने का काम किया. इस दौरान सड़क से गुजर रहे वाहन चालकों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. हालांकि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा और उन्होंने यातायात परिचालन के लिए कड़े इंतजाम भी किए.
'दोनों सरकारों ने हमें फुटबॉल बना दिया'
इससे पहले बड़ी संख्या में सभी निगम कर्मचारी रोहिणी जोन पर एकत्रित हुए और वेतन न मिलने से नाराज निगम कर्मियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. निगम कर्मियों ने एमसीडी, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार सभी को आड़े हाथों लेते हुए अपना रोष व्यक्त किया. इस दौरान तीनों सरकार और सभी राजनीतिक दलों के खिलाफ अपना अक्रामक रुख दिखाते हुए निगम कर्मचारियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की. प्रदर्शन कर रहे निगम कर्मचारियों ने कहा कि हमें पिछले कई महीनों से वेतन नहीं दिया गया है. इसके पीछे भाजपा और आप दोनों ही सरकार जिम्मेदार हैं. इसके अलावा कर्मचारियों ने बकाया पेंशन और पक्का करने की भी मांग की. प्रदर्शनकारियों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि दोनों ही सरकार ने निगम कर्मियों का फुटबॉल बना कर रखा है. निगम कर्मचारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.
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कब तक मिलेगा कर्मचारियों का बकाया वेतन?
बहरहाल राजधानी दिल्ली में निगम कर्मचारी वेतन न मिलने से नाराज चल रहे हैं और इसी कारण बीते कई दिनों से निगम कर्मचारी हड़ताल पर हैं. इसके कारण निगम के अंदर आने वाले लगभग सभी काम काज ठप्प पड़े हैं. लिहाजा देखना होगा कि इन निगम कर्मियों का बकाया वेतन कब तक मिल पाता है ताकि यह सभी कर्मचारी वापस काम पर लौट सकें. साथ ही निगम का काम-काज फिर से शुरू किया जा सके.