नई दिल्ली: राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर माहौल गर्म होता जा रहा है. दरअसल दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सरकार के 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान (Red Light On Gaadi Off Campaign) की फाइल को वापस लौटाते (Delhi LG returns file of Red Light campaign) हुए सरकार को इसपर पुनर्विचार करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि प्रदूषण के बिगड़ते हालातों को देखते हुए, इससे निपटने के लिए कोई स्थाई तकनीकी समाधान खोजना होगा क्योंकि हर बार ऐसे अभियानों से प्रदूषण पर लगाम नहीं लगाई जा सकती.
इससे पहले आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ अभियान की फाइल रोकने के लिए शनिवार सुबह उपराज्यपाल आवास के बाहर प्रदर्शन किया था. साथ ही कार्यकर्ताओं ने उनपर तानाशाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी भी की. बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए ग्रैप (GRAP) को लागू कर दिया गया है. साथ ही दिवाली पर पटाखे जलाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया था लेकिन लोगों ने फिर भी जमकर पटाखे जलाए. आम आदमी पार्टी का कहना है कि रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ अभियान, बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए कारगर उपाय है लेकिन उपराज्यपाल इसे स्वीकृति न देकर दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
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वहीं शनिवार को आप कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के बीच शाम को उपराज्यपाल ने अभियान की फाइल वापस लौटा दी और सरकार से प्रदूषण को लेकर कोई स्थाई समाधान खोजने पर विचार करने को कह दिया है. अब देखना यह है कि दिल्ली सरकार से इसको लेकर क्या प्रतिक्रिया देखने को मिलती है.
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