नई दिल्ली: उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नागलोई में दिहाड़ी मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है. मजदूरों के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना किसी चुनौती से कम नहीं है. उनका कहना है कि वो रोज सुबह काम की तलाश में लोकेश सिनेमा पर आते हैं, लेकिन शाम होने तक उनको काम नहीं मिलता.
लोकेश सिनेमा पर इकठ्ठे होते हैं मजदूर
कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद अनलॉक के पांच महीने हो चुके हैं. लोगों की जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर दौड़ रही है. लेकिन मजदूर अपनी रोजी रोटी के लिए चिंतित हैं. सभी मजदूर काम की तलाश में नागलोई लोकेश सिनेमा पर इकठ्ठे होते हैं. इनमें कारपेंटर, पेंटर, राज मिस्त्री सभी शामिल हैं.
कोरोना की वजह से नहीं देता कोई काम
नागलोई के इन मजदूरों से ईटीवी भारत की टीम ने बात की. उन्होंने बताया कि वो काम की तलाश में लोकेश सिनेमा आकर खड़े हो जाते हैं, लेकिन पुलिस उन्हें डंडे मारकर भगा देती है. कोरोना की वजह से हमें कोई काम नहीं देता है. हम दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं.