नई दिल्ली: देश भर में छठ महापर्व की धूम है, पूर्वांचल के लोग बड़े ही धूमधाम और आस्था के साथ छठ महापर्व मनाते हैं. वहीं, दिल्ली में इस बार भी पूर्वांचल समाज के लोग बड़ी संख्या में छठ महापर्व मना रहे हैं. बुराड़ी इलाके में छठ व्रतधारी छठी मैया की पूजा करने के लिए कृत्रिम छठ घाट पर पहुंचे हैं. छठ व्रत धारी आज शाम में डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे और छठी मैया की उपासना करेंगे. छठ महापर्व में लोगों की कितनी आस्था है, छठ महापर्व का पूर्वांचल समाज के लोगों के जीवन में कितना महत्व है. इस बारे में ईटीवी भारत की टीम ने बुराड़ी इलाके के घाटों पर व्रतधारियों से बातचीत की.
व्रतधारियों ने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा सैकड़ों छठ घाट पूजा के लिए तैयार किए गए हैं. बुराड़ी जगतपुर इलाके में कई कृत्रिम छठ घाट तैयार हैं, जहां पर छठी मैया की उपासना करने के लिए व्रती दूर-दूर से आ रहे हैं. यहां पर शाम के समय लोगों की काफी भीड़ होगी, जब सभी व्रतधारी डूबते हुए सूर्य को अर्द्ध देंगे. अगले दिन सुबह उगते हुए सूर्य को अर्द्ध देखकर वर्तधारी अपना व्रत खोलेंगे. लोगों के बताया कि निगम पार्षद के सहयोग से छठ महापर्व पर व्रतधारियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विशेष सुविधाओं का ध्यान रखा गया है.
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वहीं, छठ घाट पर मौजूद महिलाओं ने बताया कि पूर्वांचल समाज के लोगों के जीवन में छठ महापर्व का विशेष महत्व है. उनके लिए छठ पर्व सबसे बड़ा त्योहार है. महिलाएं छठी मैया की उपासना गीत गाकर व पूजा कर की, बताया कि छठी मैया की पूजा 4 दिनो तक होती है. तब जाकर परिवार के साथ छठी मैया की उपासना करने के लिए लोग छठ घाटों पर पहुंचते हैं. वहीं, लोगों ने कहा कि बुराड़ी इलाके में छठ घाटों पर मुख्यमंत्री केजरीवाल भी आते हैं. उम्मीद है कि इस बार भी वह आएंगे और छठ व्रतधारियों का हौसला बढ़ाएंगे.