नई दिल्ली: मंगोलपुरी-सुल्तानपुरी के बीच नाले के ऊपर पुराना जर्जर पुल तोड़ कर नया पुल बनाने का काम करीब 2 साल से जारी है. इसकी वजह से सड़क भी बंद है. मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी और किराड़ी समेत तीन विधानसभाओं के लाखों लोगों को इस निर्माण कार्य के कराण बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पुल ना बनने से हो रही दिक्क्तें
दिल्ली के मंगोलपुरी से सुल्तानपुरी के बीच में बड़े नाले पर 2 साल से निर्माणाधीन पुल का काम शुरू होने से 3 विधानसभाओं के लाखों लोग परेशान हैं. संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के पास से जो सड़क सुल्तानपुरी जाती है, वहां एक बड़े नाले के ऊपर पुराने पुल को तोड़कर नए पुल का निर्माण कार्य करीब 2 साल से जारी है. सड़क से ट्रैफिक का आवागमन बंद किया गया है. ट्रैफिक को अंदर गलियों में लगे जाम से होकर जाना पड़ता है.
परिवहन विभाग की बसें तो उस तरफ से जा ही नहीं पाती है, इसलिए यहां आस-पास के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जिससे आस-पास के लोग काफी परेशान है .साथ ही जाम की वजह से जिन्हें सुल्तानपुरी, किराड़ी और मंगोलपुरी के आस-पास जाना होता है तो ज्यादातर जाम में फंसे रहते है. इस बात को लेकर कई बार स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की, विभाग से पत्राचार किया और लोगों ने धरना प्रदर्शन तक भी किया ताकि पुल का निर्माण कार्य तेजी से हो, लेकिन अभी तक पुल का कार्य सुस्त गति से चल रहा है.
जल्द बनाने का विधायक का दावा
पुल के निर्माणकार्य में देरी के मामले में जब ईटीवी भारत की टीम ने मंगोलपुरी के विधायक और दिल्ली विधानसभा की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान से बात की, तो उनका भी यही कहना था कि यह पुल सुल्तानपुरी और मंगोलपुरी दोनों विधानसभाओं के बॉर्डर पर बन रहा है. अधिकारियों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिए हुए हैं. पुल का ढांचा बनकर तैयार हो गया है, कुछ फिनिशिंग का काम बाकी है. अगले महीने दिसंबर में पोल खोल दिया जाएगा, जिसका फायदा लाखों लोग उठाएंगे. पुल के निर्माण कार्य में देरी की वजह पर राखी बिड़लान ने बताया कि पुल का निर्माण सदियों सदियों के लिए होता है, इसलिए हर काम को बारीकी और बढ़िया तरीके से कराना पड़ता है. उसमें समय का लगना स्वाभाविक है, पुल को काफी मजबूत और आधुनिक तकनीक से बनाया गया है. इसलिए थोड़ा ज्यादा वक्त लगा, लेकिन अगले महीने यह पुल जनता को सौंप दिया जाएगा.