नई दिल्ली: आउटर दिल्ली के नांगलोई इलाके के अंबेडकर भवन से मूर्ति हटाने पर बीजेपी नेताओं और दलित समाज के लोगों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. आरोप है की दलितों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार ने यह कदम उठाया है. ऐसे में अगर भवन में दोबारा मूर्तियां नहीं लगाई गई तो दलित और बीजेपी के लोग आने वाले दिनों में उग्र प्रदर्शन करेंगे.
ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार यह भवन दिल्ली सरकार के अधीन है. भवन में बाबा साहेब अंबेडकर, महर्षि वाल्मीकि की मूर्ति लगी हुई थी. स्थानीय लोग भवन में जाकर पूजा अर्चना करते थे, लेकिन शनिवार सुबह जब वह भवन गए तो देखा सभी मूर्तियां अपने स्थान से हटी हुई थी. सूचना आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई. जिसके बाद भारी संख्या में इकट्ठा होकर लोगों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
सूत्रों की मानें तो अंबेडकर भवन में रिपेंरिंग का काम चल रहा है. जिसको देखते हुए उन्होंने मूर्ति हटाई है. इधर बीजेपी नेता चतर सिंह रछौया ने कहा कि अगर तीन दिन के भीतर मूर्ति नहीं लगी तो पूरी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन होगा. स्थानीय लोगों का आरोप है कि मूर्ति हटाते समय उन लोगों को भी नहीं बताया गया.
स्थानीय लोगों की माने तो भवन में रिपेरिंग का काम चल रहा था. उसमें मूर्ति हटाने का क्या कारण है. घटना के बारे में बीजेपी नेता मनोज शौक़ीन ने बताया कि उन्हें दिल्ली सरकार ने भरोसा दिया है कि जल्द से जल्द मूर्ति अपनी जगह पर स्थापित कर दी जायेगी.