नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए किसानों से पराली न जलाने का अनुरोध किया था. जिसको लेकर खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली के कई अलग-अलग गांव में किसानों से मिले और उन्हें बताया कि बायो डी कंपोजर के माध्यम से धान की पराली को गला कर जैविक खाद बनाया जा सकता है. वहीं अब बीजेपी भी गांवों में किसानों के बीच पहुंच रही है और बता रही है कि केजरीवाल सरकार किस तरह से किसानों से झूठ बोल रही है.
दिल्ली बीजेपी का आप पर आरोप
आज बाहरी दिल्ली के गांवों में भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी किसानों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे. उन्होंने किसानों के बीच पहुंच दिल्ली सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में लगातार किसानी का दर्जा भी खत्म किया जा रहा है. किसान अपनी फसल की बुवाई में लेट हो रहे हैं, धान की फसल काटने के बाद खेतों को तैयार करने का समय होता है.
फिर नवंबर महीने के मध्य तक किसान अपने गेहूं की फसल की बुवाई कर देते हैं, लेकिन खेतों में पराली पड़े होने की वजह से किसान अभी तक अपनी गेहूं की फसल की बुवाई नहीं कर सके हैं. जिससे अब किसानों को डर सता रहा है कि उनकी फसल देरी से पकेगी और जिसके चलते उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
झूठी शिकायत पर सरकार ने भेजा चालान
बाहरी दिल्ली के गांव दरियापुर के किसान वीरेंद्र ने बताया कि उनके खेत में पराली ज्यो की त्यों लगी हुई है और उसके बावजूद भी किसी ने शिकायत कर दी कि वीरेंद्र ने अपनी पराली जला दी है ओर दिल्ली सरकार की ओर से 50000 रुपये का चालान उन्हें थमा दिया गया है.अब किसान वीरेंद्र खुद हैरत में है कि अब इसका क्या किया जाए.
किसान परेशान कि किसकी बात पर करें विश्वास
दिल्ली में प्रदूषण के नाम पर राजनीति हो रही है, एक तरफ दिल्ली सरकार किसानों को पराली न जलाने के लिए बायो डी कंपोजर के माध्यम से पराली का खाद बनाने की बात बताती है, तो वहीं किसान दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की बात मानकर बायो डी कंपोजर के माध्यम से पराली का जैविक खाद बनाने की कोशिश कर रहे हैं. दूसरी ओर दिल्ली बीजेपी दिल्ली सरकार के इस प्रयास को झूठा और किसानों के साथ धोखा बता रही है. जिससे अब किसान हैरान हैं कि किसकी बात पर विश्वास करें.