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ऑटो-टैक्सी वालों का भड़का केजरीवाल पर गुस्सा, बोले- चुनाव में देंगे जवाब

दिल्ली में ऑटो टैक्सी यूनियन ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यूनियन ने केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी के मुताबिक दिल्ली सरकार राजधानी में ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों का शोषण कर रही है.

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Published : Jun 4, 2019, 3:35 PM IST

नई दिल्ली: ऑटो टैक्सी यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने केजरीवाल सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार में ऑटो टैक्सी चालकों का सबसे ज्यादा शोषण हुआ है.

दिल्ली में ऑटो टैक्सी यूनियन ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यूनियन ने केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी के मुताबिक दिल्ली सरकार राजधानी में ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों का शोषण कर रही है.

यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने बताया कि केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया, जिसमें 8 वर्ष तक वाहनों के लिए फिटनेस फीस मात्र 600 रुपये 2 साल के लिए होगी. जबकि केजरीवाल सरकार ने DIMTS कंपनी को जीपीएस का ठेका दे दिया. जिसके लिए ये कंपनी 2840 रुपये चार्ज कर रही है, जबकि पहले 1 साल के 1420 रुपए लगते थे.

राजेंद्र सोनी, महामंत्री, ऑटो-टैक्सी यूनियन

यूनियन के पदाधिकारियों ने ये भी कहा कि केजरीवाल सरकार ने सिर्फ idea कंपनी को ही सिम जीपीएस मीटर लगाने के लिए ठेका दे रखा है. जबकि ये ठेका बाकी कंपनियों को भी दिया जा सकता है.

वैसे भी आईडिया के जीपीएस मीटर ज्यादातर लोकेशन पर काम नहीं कर रहे, और जो चार्ज आईडिया को हम दे रहे हैं वो 2 साल की सिम के लिए एक साथ 1170 रुपये है. पहले 1 साल के लिए हमें 585 रुपये देने पड़ते थे.

'4 साल में ऑटो-टैक्सी चालकों का हुआ शोषण'

राजेन्द्र सोनी ने बताया कि पिछले साढे 4 साल में जितना शोषण केजरीवाल सरकार ने ऑटो रिक्शा और टैक्सी वालों का किया है. उतना शायद ही किसी सरकार ने किया होगा. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के ऑटो रिक्शा-टैक्सी चालकों को बेरोजगार कर दिया है क्योंकि दूसरे राज्यों की टैक्सी अभी दिल्ली में ही चलाई जा रही हैं. वो भी बिना किसी रोक-टोक के जिसके लिए कोई कानून नहीं बनाया गया है.

यूनियन के लोगों ने ये भी बताया कि साढ़े 4 साल पहले जब AAP की सरकार दिल्ली में बनी तो ऑटो-टैक्सी चलाने वालों ने सबसे ज्यादा साथ दिया. लेकिन अब उन्हीं ऑटो टैक्सी वालों से सीएम केजरीवाल दूरी बना चुके हैं. वहीं यूनियन ने आने वाले चुनावों में सबक सिखाने की चेतावनी दी है.

नई दिल्ली: ऑटो टैक्सी यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने केजरीवाल सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार में ऑटो टैक्सी चालकों का सबसे ज्यादा शोषण हुआ है.

दिल्ली में ऑटो टैक्सी यूनियन ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यूनियन ने केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी के मुताबिक दिल्ली सरकार राजधानी में ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों का शोषण कर रही है.

यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने बताया कि केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया, जिसमें 8 वर्ष तक वाहनों के लिए फिटनेस फीस मात्र 600 रुपये 2 साल के लिए होगी. जबकि केजरीवाल सरकार ने DIMTS कंपनी को जीपीएस का ठेका दे दिया. जिसके लिए ये कंपनी 2840 रुपये चार्ज कर रही है, जबकि पहले 1 साल के 1420 रुपए लगते थे.

राजेंद्र सोनी, महामंत्री, ऑटो-टैक्सी यूनियन

यूनियन के पदाधिकारियों ने ये भी कहा कि केजरीवाल सरकार ने सिर्फ idea कंपनी को ही सिम जीपीएस मीटर लगाने के लिए ठेका दे रखा है. जबकि ये ठेका बाकी कंपनियों को भी दिया जा सकता है.

वैसे भी आईडिया के जीपीएस मीटर ज्यादातर लोकेशन पर काम नहीं कर रहे, और जो चार्ज आईडिया को हम दे रहे हैं वो 2 साल की सिम के लिए एक साथ 1170 रुपये है. पहले 1 साल के लिए हमें 585 रुपये देने पड़ते थे.

'4 साल में ऑटो-टैक्सी चालकों का हुआ शोषण'

राजेन्द्र सोनी ने बताया कि पिछले साढे 4 साल में जितना शोषण केजरीवाल सरकार ने ऑटो रिक्शा और टैक्सी वालों का किया है. उतना शायद ही किसी सरकार ने किया होगा. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के ऑटो रिक्शा-टैक्सी चालकों को बेरोजगार कर दिया है क्योंकि दूसरे राज्यों की टैक्सी अभी दिल्ली में ही चलाई जा रही हैं. वो भी बिना किसी रोक-टोक के जिसके लिए कोई कानून नहीं बनाया गया है.

यूनियन के लोगों ने ये भी बताया कि साढ़े 4 साल पहले जब AAP की सरकार दिल्ली में बनी तो ऑटो-टैक्सी चलाने वालों ने सबसे ज्यादा साथ दिया. लेकिन अब उन्हीं ऑटो टैक्सी वालों से सीएम केजरीवाल दूरी बना चुके हैं. वहीं यूनियन ने आने वाले चुनावों में सबक सिखाने की चेतावनी दी है.

Intro:नई दिल्ली

ऑटो टैक्सी यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार पर लगाए गंभीर आरोप भ्रष्टाचार में लिप्त बताया केजरीवाल की सरकार को ऑटो टैक्सी चालको का सबसे ज्यादा शोषण करा इस सरकार ने


Body:दिल्ली ऑटो टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष राजेंद्र सोनी ने लगाए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप

दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ एवं दिल्ली प्रदेश टैक्सी यूनियन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार पर सीधा ओर बेगड़ गंभीर आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार राजधानी में ऑटो रिक्शा एवं टैक्सी चालकों का शोषण कर रही है , यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने बताया कि केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया जिसमें 8 वर्ष तक वाहनों के लिए फिटनेस फीस मात्र ₹600 रुपये 2 वर्ष के लिए होगी जबकि केजरीवाल सरकार ने डिम्पट्स कंपनी को जीपीएस का ठेका दे दिया जिसके लिए ये कंपनी ₹2840 चार्ज कर रही है जबकि पहले 1 साल के 1420 रुपए लगते थे साथ दिल्ली में स्थापित अरविंद केजरीवाल की सरकार ने सिर्फ आइडिया की कंपनी को ही सिम जीपीएस मीटर लगाने के लिए ठेका दे रखा है जबकि ये ठेका बाकी कंपनियों को भी दिया जा सकता है , वैसे भी आईडिया के जीपीएस मीटर ज्यादातर लोकेशनपर काम नही करए ,ओर जो चार्ज आईडिया को हम दे रहे है वो 2 वर्ष की सिम के लिए एक साथ 1170 रुपये है पहले 1 वर्ष के लिए हमे ₹585 रुपये देने पड़ते थे

महामंत्री राजेंद्र सोनी ने लगाई दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप

राजेंद्र सोनी ने दिल्ली सरकार पर सीधे तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जिस कंपनी को ठेका दिया है उससे कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है क्योंकि जीपीएस मीटर के लिए एक से ज्यादा कंपनियों को ठेका दिया जा सकता था पहली बार दूसरी बात है जब आइडिया के जीपीएस मीटर काम नहीं कर रहे हैं तो दूसरी कंपनी को ठेका क्यों नहीं दिया गया ,

केजरीवाल की सरकार ने अपने कार्यकाल में किया ऑटो टैक्सी चालको का सबसे ज्यादा शोषण
राजेन्द्र सोनी ने बताया कि पिछले साढे 4 वर्ष में जितना शोषण केजरीवाल सरकार ने ऑटो रिक्शा और टैक्सी वालों का किया है उतना शायद ही किसी एक सरकार ने किया होगा केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के ऑटो रिक्शा व टैक्सी चालकों को बेरोजगार कर दिया है क्योंकि दूसरे राज्यों की टैक्सी अभी दिल्ली में ही चलाई जा रही है वह भी बिना किसी रोक-टोक के जिसके लिए कोई कानून नहीं बनाया गया है ।


Conclusion:साढे 4 साल पहले जब अरविंद केजरीवाल की सरकार राजधानी दिल्ली की विधानसभा में बन कर आई थी तो उस समय और टैक्सी वालों का उसमें एक बड़ा हाथ था लेकिन अब वही ऑटो टैक्सी वाले अरविंद केजरीवाल से कटे कटे लग रहे हैं ऑटो टैक्सी यूनियन के महामंत्री ने साफ तौर पर कह दिया है कि जिस तरह से हम लोगों ने अरविंद केजरीवाल की पार्टी की लोकसभा चुनाव मैं जमानत जब्त करवाई है उसी तरह दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी अरविंद केजरीवाल को और उनकी पार्टी को जबरदस्त मुकी खानी पड़ेगी, क्योंकि जितना शोषण उन्होंने ऑटो टैक्सी वालों का कर है उतना शोषण अब तक किसी सरकार ने नहीं कर है
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