नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में रविवार को किसान आंदोलन का 40वां दिन है और भारतीय किसान मोर्चा के पदाधिकारी व दिल्ली भाजपा के नेता लगातार दिल्ली सरकार से किसानों के लिए दिल्ली सरकार से मांग कर रहे हैं. दिल्ली सरकार का किसानों की बदहाली पर कोई ध्यान नहीं है, जिसके लिए मंच पर बड़ी संख्या में दिल्ली भाजपा के नेता व पदाधिकारी से लेकर सांसद व केंद्रीय मंत्री तक पहुंचे और सभी ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा.
दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आंदोलन का 40वां दिन है. भारतीय किसान मोर्चा के पदाधिकारी लगातार दिल्ली में किसानों की बदहाली को लेकर दिल्ली सरकार से मांग कर रहे हैं. इस दौरान दिल्ली सरकार की ओर से भाजपा किसान मोर्चा के मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और ना ही अब तक किसानों से मिलने के लिए दिल्ली सरकार का कोई प्रतिनिधि आया है. दिल्ली के 360 गांवों की समस्या को भारतीय किसान मोर्चा के पदाधिकारी लगातार उठा रहे हैं. गांवों की स्थिति बहुत दयनीय है.
ग्राम सभा की जमीन पर तालाब बने हुए हैं. गांवों में दिल्ली सरकार के सामुदायिक भवन बदहाल पड़े हैं. दूरदराज के गांवों में आने जाने का रास्ता नहीं है. दिल्ली में खेती करने के लिए ट्रैक्टर दूसरे राज्यों से लेना पड़ता है. ट्रैक्टर को कमर्शियल वाहन घोषित किया हुआ है. दिल्ली सरकार किसानों को फसल खराब होने के बाद उचित मुआवजा नहीं दे रही है. दिल्ली के कई गांव में किसानों को कृषि का दर्जा प्राप्त नहीं है. दिल्ली के किसान 24 सूत्री मांगों को लेकर लगातार भारतीय किसानों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं. पिता की मौत के बाद जमीन के खाते में उत्तराधिकारी का नाम चढ़वाने में दिक्कत आती है. दिल्ली सरकार किसानों की मांगों को एक सिरे से दरकिनार करते हुए अनदेखा कर रही है.
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली सरकार से मांग की है कि दिल्ली के किसान उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे, जो किसानों की दुर्दशा दिल्ली में हो रही है उससे दिल्ली की जनता अनजान नहीं है. दिल्ली में किसानों को बिजली पर सब्सिडी नहीं मिलती, जबकि यूपी व हरियाणा में किसानों को बिजली फ्री दी जा रही है. दिल्ली के किसानों के साथ सरकार धोखा कर रही है और अब दिल्ली के किसान सरकार से अपना हिसाब चुकता करेंगे. दिल्ली सरकार के झूठे वादों से किसान पूरी तरह से हताश और निराश हो चुका है. मुआवजा देने के नाम पर सरकार छलावा करती है. दिल्ली के मुख्यमंत्री पराली से खाद बनाने के नाम पर ड्रामा करते हैं. पराली जलाने पर किसानों के हजारो रुपये के चालान काटे, उन्हें माफ नही किया गया. दिल्ली के किसानों की समस्या ज्यों की त्यों हैं. सालों से किसान बदहाल है. अब जरूरी है कि दिल्ली सरकार किसानों की समस्या पर ध्यान दे और उनके सपनों को साकार करें.
सात सालों में से दिल्ली के किसानों पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है. लगातार दिल्ली की जनता परेशान है. किसान से लेकर आम आदमी तक सभी त्रस्त है. कुछ ही लोगों तक फायदा पहुंचाया जा रहा है, किसान 7 सालों से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. आने वाला समय किसानों का होगा जो दिल्ली सरकार को जड़ से उखाड़ फेकेंगे.