नई दिल्ली/नोएडा: एनएच 91 के लुहारली टोल प्लाजा पर ग्रामीणों को आईडी दिखाने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा. टोल प्लाजा के दायरे में आने वाले गावो के ग्रामीण जीरो फास्टटैग से निशुल्क यहां से गुजरेंगे, जिससे उन्हें आईडी कार्ड दिखाने के झंझट से राहत मिल जाएगी. वहीं यहां पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से भी लोगों को निजात मिलेगी.
दरअसल, नेशनल हाईवे 91 के लुहारली टोल प्लाजा के दायरे में आने वाले 7 किलोमीटर की दूरी में लगभग 42 गांव हैं, जिनके ग्रामीण यहां से अपने आईडी कार्ड दिखाकर निशुल्क निकलते हैं. लेकिन आईडी कार्ड दिखाने में काफी समय लग जाता है, जिससे यहां पर जाम की स्थिति बन जाती है. आईडी कार्ड दिखाने के झंझट और जाम की स्थिति न बने इसके लिए टोल प्लाजा प्रबंधन ने जीरो फास्टैग बनाने की स्कीम निकाली है.
उनका कहना है कि टोल प्लाजा के दोनों तरफ 7 किलोमीटर की दूरी के दायरे में आने वाले ग्रामीणों की गाड़ियों पर निशुल्क जीरो फास्टैग लगाया जाएगा. जिससे उन्हें आईडी कार्ड दिखाने के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा और बिना रुके फास्टटैग से जल्द यहां से निशुल्क निकल जाएंगे. यह फास्टटैग निशुल्क होगा और इससे किसी भी ग्रामीण से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा.
टोल प्लाजा मैनेजर मुकेश कुमार ने बताया कि टोल प्लाजा पर यहां से निशुल्क गुजरने वाले ग्रामीणों को आईडी कार्ड दिखाना होता है, जिसके बाद उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाता. आईडी कार्ड दिखाने में काफी समय लग जाता है, जिससे यहां पर अधिकतर जाम लग जाता है. उसी समस्या से निजात पाने के लिए ग्रामीणों को यहां से निकलने के लिए निशुल्क फास्टटैग दिए जा रहे हैं. टोल प्लाजा के दायरे में आने वाले गांवों में कैंप लगाकर ग्रामीणों की गाड़ियों पर फास्टटैग लगाए जा रहे हैं, जो निशुल्क रहेंगे और यहां पर आने जाने में समय नहीं लगेगा, जिससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी.
कुछ लोग इस व्यवस्था का कर रहे हैं विरोध
मुकेश कुमार ने बताया कि अधिकांश लोग गाड़ियों पर जीरो फास्टटैग लगाने के पक्ष में है लोग अपनी गाड़ियों पर जीरो फास्टटैग लगवा रहे हैं, लेकिन कुछ ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं. विरोध करने वाले लोगों का मुख्य उद्देश्य है यहां से फर्जी तरीके से गाड़ियों को निकलवाने का है. उनका कहना है कि उनके रिश्तेदार और जान पहचान के लोग यहां से उनकी आईडी दिखाकर निकल जाते हैं. जीरो फास्टटैग व्यवस्था पूरी तरह से लागू हो जाने से फर्जी तरीके से निकल रहे लोगों पर लगाम लगेगी. इसीलिए कुछ ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.
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जीरो फास्टटैग बनने से फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम
टोल प्लाजा मैनेजर ने बताया कि यहां से रोजाना लगभग 5000 गाड़ियां गुजरती हैं, जिनसे टोल वसूला जाता है. वहं टोल प्लाजा के दायरे में आने वाले ग्रामीणों की गाड़ियों से टोल नहीं वसूला जाता हैं. वह अपना आधार कार्ड दिखाकर यहां से निशुल्क निकल जाते हैं, लेकिन बहुत से लोगों ने फर्जीवाड़ा करने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवा रखे हैं, जिसको दिखाकर वह यहां से निकलते हैं. जिससे राजस्व की हानि होती है. उसी फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए जीरो फास्टटैग की व्यवस्था लागू की गई. प्लाजा मैनेजर ने बताया कि उनके पास हजारों फर्जी आईडी रखी हुई हैं, जिनको उन्होंने फर्जी तरीके से गुजर रहे लोगों से इकट्ठा किया है.
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