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सैलरी मांगने पर किशोरी को 6 टुकड़ों में काट कर फेंका था नाले में, दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

दिल्ली की स्पेशल सेल पुलिस ने 2018 में हुई एक (brutal murder of minor) नाबालिग की निर्मम हत्या के मामले में वांटेड को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. आरोपी की पहचान शालू टोपनो के रूप में हुई है. कैसे की हत्या पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Nov 15, 2022, 10:58 AM IST

Updated : Nov 15, 2022, 11:08 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली की स्पेशल सेल पुलिस ने मई 2018 में मियांवाली नगर थाना (पश्चिम विहार वेस्ट) इलाके में एक नाबालिग की निर्मम हत्या के मामले में 50 हजार रुपये के इनामी वांटेड को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. पुलिस ने आरोपी को (brutal murder of minor) झारखंड के गुमला स्थित इसके गाँव लतरा से दबोचा है. यह लगातार अपना पता बदल कर पुलिस से बच कर रह रहा था. आरोपी की पहचान शालू टोपनो के रूप में हुई है.

डीसीपी पी.एस. कुशवाहा के अनुसार, आरोपी पिछले साढ़े 04 सालों से फरार चल रहा था. इस मामले में ट्रायल कोर्ट ने अक्टूबर 2018 में इसे भगौड़ा भी घोषित किया था. इसने 2018 में अपने साथियों के साथ मिल कर एक 15 साल की लड़की की हत्या कर उसके बॉडी को 06 टुकड़ों में कर शव के हिस्सों को गंदे नाले में फेंक दिया था. इस मामले में तब के मियांवाली नगर थाना और वर्तमान में पश्चिम विहार वेस्ट थाने में हत्या का मामला दर्ज था. इस पूरे मामले में पुलिस ने 03 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि शालू टोपनो लगातार पुलिस से बच रहा था.

डीसीपी ने बताया कि स्पेशल सेल को इसके बारे में सूचना मिली थी. पुलिस पिछले 04 महीनों से इसके मूवमेंट को ट्रैक कर रही थी. जिसमें उन्हें पता चला कि ये लगातार अपना लोकेशन बदल रहा है. दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग टीमों को इसकी तलाश के लिए कई राज्यों में भेजा था. आखिरकार 04 महीनों के अथक प्रयास के बाद इंस्पेक्टर शिव कुमार को गुप्त सूत्रों से इसके गाँव आने की सूचना मिली, जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस गुमला, झारखंड स्थित इसके गाँव पहुंची, जहां छापा मार कर इसे दबोच लिया गया.

ये भी पढ़ें: ओला कैब ड्राइवर और नोएडा पुलिस के बीच मुठभेड़, टॉप टेन अपराधियों में है शामिल

पूछताछ में इसने बताया कि यह प्लेसमेंट एजेंसी में मैन पावर सप्लाई का काम करता था. यह कमीशन पर बिहार-झारखंड से लड़कियों को दिल्ली में डोमेस्टिक सर्वेंट की जॉब दिलाने का काम करता था. इसी क्रम में 2015 में वह 12 साल की एक लड़की को दिल्ली लेकर आया, जिसे उसने एक घर मे डोमेस्टिक सर्वेंट के रूप में काम दिलवाया था. 03 सालों के बाद वह नाबालिग लड़की झारखंड स्थित अपने घर जाना चाहती थी और उसके सैलरी के 02 लाख रुपये उसने आरोपी से मांगे थे. लेकिन शालू टोपनो और प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक मंजीत केरकेट्टा लगातार पैसे देने में आना-कानी कर रहे थे, जिसके बाद नाबालिग लड़की ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने की धमकी दी, जिस पर शालू टोपनो और उसके 03 साथियों ने ऑफिस में ही दीवार पर उसका सिर मार कर उसकी हत्या कर दी. फिर उन्होंने उसकी बॉडी को 06 टुकड़ों में काट डाला. इसके बाद बॉडी के टुकड़ों को एक बैग में रख कर मिंयावाली नगर के गंदे नाले में फेंक दिया.

पुलिस ने आरोपी को झारखण्ड से गिरफ़्तार करने के बाद वहां के कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमांड पर लेकर दिल्ली पहुंची है. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

नई दिल्ली: दिल्ली की स्पेशल सेल पुलिस ने मई 2018 में मियांवाली नगर थाना (पश्चिम विहार वेस्ट) इलाके में एक नाबालिग की निर्मम हत्या के मामले में 50 हजार रुपये के इनामी वांटेड को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. पुलिस ने आरोपी को (brutal murder of minor) झारखंड के गुमला स्थित इसके गाँव लतरा से दबोचा है. यह लगातार अपना पता बदल कर पुलिस से बच कर रह रहा था. आरोपी की पहचान शालू टोपनो के रूप में हुई है.

डीसीपी पी.एस. कुशवाहा के अनुसार, आरोपी पिछले साढ़े 04 सालों से फरार चल रहा था. इस मामले में ट्रायल कोर्ट ने अक्टूबर 2018 में इसे भगौड़ा भी घोषित किया था. इसने 2018 में अपने साथियों के साथ मिल कर एक 15 साल की लड़की की हत्या कर उसके बॉडी को 06 टुकड़ों में कर शव के हिस्सों को गंदे नाले में फेंक दिया था. इस मामले में तब के मियांवाली नगर थाना और वर्तमान में पश्चिम विहार वेस्ट थाने में हत्या का मामला दर्ज था. इस पूरे मामले में पुलिस ने 03 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि शालू टोपनो लगातार पुलिस से बच रहा था.

डीसीपी ने बताया कि स्पेशल सेल को इसके बारे में सूचना मिली थी. पुलिस पिछले 04 महीनों से इसके मूवमेंट को ट्रैक कर रही थी. जिसमें उन्हें पता चला कि ये लगातार अपना लोकेशन बदल रहा है. दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग टीमों को इसकी तलाश के लिए कई राज्यों में भेजा था. आखिरकार 04 महीनों के अथक प्रयास के बाद इंस्पेक्टर शिव कुमार को गुप्त सूत्रों से इसके गाँव आने की सूचना मिली, जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस गुमला, झारखंड स्थित इसके गाँव पहुंची, जहां छापा मार कर इसे दबोच लिया गया.

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पूछताछ में इसने बताया कि यह प्लेसमेंट एजेंसी में मैन पावर सप्लाई का काम करता था. यह कमीशन पर बिहार-झारखंड से लड़कियों को दिल्ली में डोमेस्टिक सर्वेंट की जॉब दिलाने का काम करता था. इसी क्रम में 2015 में वह 12 साल की एक लड़की को दिल्ली लेकर आया, जिसे उसने एक घर मे डोमेस्टिक सर्वेंट के रूप में काम दिलवाया था. 03 सालों के बाद वह नाबालिग लड़की झारखंड स्थित अपने घर जाना चाहती थी और उसके सैलरी के 02 लाख रुपये उसने आरोपी से मांगे थे. लेकिन शालू टोपनो और प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक मंजीत केरकेट्टा लगातार पैसे देने में आना-कानी कर रहे थे, जिसके बाद नाबालिग लड़की ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने की धमकी दी, जिस पर शालू टोपनो और उसके 03 साथियों ने ऑफिस में ही दीवार पर उसका सिर मार कर उसकी हत्या कर दी. फिर उन्होंने उसकी बॉडी को 06 टुकड़ों में काट डाला. इसके बाद बॉडी के टुकड़ों को एक बैग में रख कर मिंयावाली नगर के गंदे नाले में फेंक दिया.

पुलिस ने आरोपी को झारखण्ड से गिरफ़्तार करने के बाद वहां के कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमांड पर लेकर दिल्ली पहुंची है. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

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Last Updated : Nov 15, 2022, 11:08 AM IST
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