नई दिल्लीः उत्तर पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े फायरिंग करने में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से वारदात में इस्तेमाल एक कट्टा, एक कारतूस और दो खाली खोखा बरामद हुआ है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के एडिशनल डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि सोमवार को दोपहर लगभग 2:40 बजे न्यू उस्मानपुर के खड्डे वाली मस्जिद के पास एक गोलीबारी की घटना की जानकारी न्यू उस्मानपुर को हासिल हुई, इसके तुरंत एसीपी/सीलमपुर एसएचओ और कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे.
पूछताछ करने पर शिकायतकर्ता मो. असलम ने बताया कि उनके बेटे मुनव्वर और सलमान के बीच मोटरसाइकिल पार्किंग के मुद्दे पर करीब एक हफ्ते पहले झगड़ा हुआ था, हालांकि समझौता हो गया था. सोमवार को दोपहर लगभग 2.00 बजे सलमान अपने रिश्तेदार इस्लाम के साथ खड्डे वाली मस्जिद के पास उसी मुद्दे पर मुन्नवर से फिर से झगड़ा करने लगा और उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. झगड़ा होते देख स्थानीय लोग वहां जमा हो गए थे और उसकी वजह से सलमान और इस्लाम मौके से भाग गए, लेकिन 30-40 मिनट बाद वे दोनों अपने रिश्तेदारों के साथ हाथों में हथियार लेकर मुन्नवर के घर पर पहुंचे और घर की बालकनी में खड़े उसके पिता पर गोलियां चला दीं.
घटनास्थल का निरीक्षण करने के दौरान क्राइम टीम ने घटनास्थल से दो कारतूस बरामद किया. शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. गोलीबारी के दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने अपने मोबाइल फोन में वीडियो कैद कर लिया जो वायरल हो गया था. गंभीरता को देखते हुए न्यू उस्मानपुर थाने के साथ ही सहायता के लिए विशेष टीम को लगाया लगाया गया .
जांच के दौरान एसआई देव कुमार, एसआई नितिन, एएसआई अमरीश और कॉन्स्ट अमित नैन की पुलिस टीम ने एसएचओ/न्यू उस्मानपुर की देखरेख में और टीम स्पेशल स्टाफ के सहयोग से अपराधियों की पहचान के लिए आसपास लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन और विश्लेषण किया. तकनीकी निगरानी के साथ-साथ मानव खुफिया जानकारी भी स्थानीय स्रोतों के माध्यम से एकत्र की गई थी. फुटेज के विस्तृत विश्लेषण के बाद, झगड़े में शामिल पांच व्यक्तियों की पहचान सलमान, इस्लाम, सलीम, समद और शोएब के रूप में की गई, जो सलमान के रिश्तेदार हैं.
पुलिस को कार्रवाई करते देख सभी आरोपी अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने-अपने घरों में ताला लगाकर भाग गए .तकनीकी निगरानी के माध्यम से उनका पीछा किया गया। लगातार प्रयासों के बाद एक मुख्य आरोपी इस्लाम को उसी दिन देर शाम उसके आवास के पास के इलाके से गिरफ्तार किया गया. उसके पास से एक देसी पिस्तौल बरामद की गई है.
लगातार पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध कबूल कर लिया और खुलासा किया कि गोलीबारी की घटना में शामिल सभी पांच व्यक्ति करीबी रिश्तेदार हैं और उसे सलमान द्वारा बार-बार मुन्नावर और उसके परिवार को सबक सिखाने के लिए उकसाया जा रहा था. इसके अलावा सीडीआर और तकनीकी निगरानी के आधार पर अन्य आरोपी समद पुत्र इरशाद और शोएब पुत्र जलाउद्दीन की लोकेशन मुस्तफाबाद इलाके में पाई गई. तदनुसार, टीम ने उनके ठिकानों पर छापे मारे और मंगलवार को मुस्तफाबाद क्षेत्र से दोनों को उठाया.
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पूछताछ में समद और शोएब ने खुलासा किया कि पार्किंग मुद्दे पर टकराव के बाद समझौते के फैसले पर उनके स्थानीय दोस्तों द्वारा उन्हें चिढ़ाया जा रहा था. इस तरह की टिप्पणियों से उत्तेजित होकर, क्षेत्र में अपना प्रभुत्व बनाने और मुन्नवर और उनके परिवार को एक मजबूत संदेश देने के लिए, उन्होंने उनके आवास पर गोलीबारी की. पुलिस का कहना है कि इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.
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