नई दिल्ली: रमजान-उल-मुबारक महीने में नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव की मांग को लेकर कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के निवास पर पहुंचा. यहां उन्होंने एक ज्ञापन सौंपा. इसमें मांग की गई है कि नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव करते हुए, इसे रमजान में रात 11 से सुबह 4 बजे कर दिया जाए, जिससे लोग पवित्र महीने में अच्छे से खुदा की इबादत करते हुए तरावीह पढ़ने के साथ ही रोजा रखने के लिए सहरी खा सकें.
निगम पार्षद के नेतृत्व में सौंपा ज्ञापन
गौरतलब है कि दिल्ली में मौजूदा समय में रात 10 से सुबह 5 बजे का नाईट कर्फ्यू चल रहा है. रमजान के दौरान रात की नमाज तरावीह 10 से 11 बजे तक पूरी होती है. सहरी का समय सुबह 4 बजे के बाद से शुरू होगा. ऐसे में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चौहान बांगर से कांग्रेस पार्टी के निगम पार्षद चौधरी जुबैर अहमद के नेतृत्व में उप राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचा. कांग्रेसी नेता ने पवित्र रमजान महीने में नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव की मांग करते हुए, एक ज्ञापन उप राज्यपाल को प्रेषित किया. इसमें मांग की गई है कि रमजान मुसलमानों का बेहद पवित्र महीना होता है. ऐसे में मुसलमान अच्छे से इबादत कर सकें. इसके लिए नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव किया जाए.
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गरीब तबके से है बड़ी आबादी
चौधरी जुबैर ने कहा कि मुस्लिम इलाकों में एक बड़ी आबादी बेहद गरीब तबके से है. इसमें मजदूर और कारीगर वर्ग शामिल हैं. बहुत से ऐसे लोग हैं, जो कारखानों में ही काम करने के साथ सो जाते हैं और बाहर जाकर खाना खाते हैं. रमजान में लोग होटलों पर खाना खाकर रोजे रखते हैं, लेकिन अगर नाइट कर्फ्यू खुलने का समय सुबह पांच बजे से होगा, तो लोग खाना नहीं खा सकेंगे और रोजा रखने में दिक्कत का सामना करना पड़ेगा.
विचार करने का मिला आश्वासन
उन्होंने कहा कि ज्ञापन लेने वाले एलजी के प्रतिनिधि ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी मांग पर जरूर विचार-विमर्श किया जाएगा. चौधरी जुबैर ने नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव के साथ ही लोगों से अपील की है कि बीमारी से बचाव के लिए यह बेहद जरूरी है कि सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए. पवित्र रमजान में सभी लोग ऊपरवाले से दुआ करें कि देश-दुनिया से इस बीमारी का खात्मा हो और सभी महफूज रहें.
एमएलए चाहते तो कर सकते थे मुख्यमंत्री से बात
चौधरी जुबैर ने कहा कि अगर विधायक चाहते, तो मुख्यमंत्री से बात करके, रमजान के दौरान नाइट कर्फ्यू के समय में बदलाव की बात कर सकते थे. ऐसा लगता है या विधायक के पास समय नहीं है या फिर उनमें सीएम के सामने बोलने की हिम्मत नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार पब्लिक की सहायता के लिए होती है. मुख्यमंत्री को इस बारे में सोचना चाहिए कि मुसलमानों का साल में एक त्यौहार ईद का आता है, उससे पहले एक महीना पवित्र रमजान का है.