नई दिल्ली: यमुनापार के शास्त्री पार्क थाने की पुलिस टीम ने पोल्ट्री फॉर्म मालिक से हुई लाखों की लूट का खुलासा करते हुए उसके चचेरे भाई समेत तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने लूटी गई रकम में से डेढ़ लाख रुपये, वारदात में इस्तेमाल बाइक, पिस्टल और पीड़ित की जैकेट भी बरामद की. पुलिस का दावा है कि पीड़ित कारोबारी के चचेरे भाई ने इस लूट की साजिश को अंजाम दिया था क्योंकि उसे मालूम था कि पीड़ित के पास उस समय लाखों रुपये मौजूद हैं.
कैश वाली जैकेट को लूटा
उत्तर पूर्वी जिले के डीसीपी वेद प्रकाश सूर्या ने बताया कि 6 फरवरी को उस्मानपुर गांव में पोल्ट्री का कारोबार करने वाले राशिद गेट लोनी निवासी चांद ने पुलिस को जानकारी दी थी कि उसने 5 फरवरी को ही दुकानदारों के पास से आए दो लाख रुपये इकट्ठा करके अपनी जैकेट में रखे थे, जबकि रोजाना की बिक्री से आने वाले 50 हजार रुपये भी उसके पास थे. वह अभी अपनी दुकान पर ही मौजूद था कि तभी बाइक से वहां पहुंचे दो अज्ञात लोगों ने कैश वाली जैकेट को लूट लिया और मौके से फरार हो गए.
पुलिस ने 30 लोगों से की पूछताछ
पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने केस दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी सीलमपुर सौरभ चंद्रा के नेतृत्व में SHO शास्त्री पार्क प्रमोद गुप्ता, पीएसआई सुशील, ASI सतीश चंद, हेड कांस्टेबल राजीव, नरेश, कांस्टेबल करन और अमित की टीम पड़ताल में जुट गई. टीम ने घटनास्थल के आसपास मौजूद सीसीटीवी फुटेज की भी बारीकी से जांच पड़ताल की और 30 लोगों से पूछताछ की.
आरोपी को पहले से रकम के बारे में पता था
जांच के दौरान पीड़ित कारोबारी ने पुलिस को बताया कि उसका चचेरा भाई साकिब भी उसके साथ ही दुकानदारों कलेक्शन करता है. कारोबारी के स्टाफ और साकिब से भी पुलिस टीम ने पूछताछ की. तभी यह बात सामने आई घटना से कुछ देर पहले ही साकिब अपनी बाइक में पेट्रोल डलवाने के बहाने से चला गया था और घटना के देर बाद ही वह लौट आया था. साकिब को ही यह बात भी मालूम थी कि चांद के पास उस समय कितनी रकम मौजूद है.
पुलिस ने साकिब को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने साजिश करके अपने साथियों मोनू और शाहनवाज़ के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दे दिया था. साकिब को गिरफ्तार करके पुलिस ने उसकी निशानदेही और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर दोनों अन्य आरोपियों को भी लोनी इलाके से गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों की हुई पहचान
पकड़े गए आरोपियों की पहचान सदरे आलम उर्फ तनवीर उर्फ मोनू (23 साल), शाहनवाज़ अंसारी (38 साल) और साकिब अली (24 साल) के रूप में हुई. आरोपी सदरे आलम इससे पहले कश्मीरी गेट थाने में दर्ज एक मामले में भी शामिल रहा है. सदर-ए-आलम और शाहनवाज़ सिलाई का काम करते हैं, जबकि साकिब पीड़ित कारोबारी के साथ ही कलेक्शन इकट्ठा करता है.
पुलिस पकड़े आरोपियों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इससे पहले भी तो यह किन्हीं लूटपाट की घटनाओं में शामिल नहीं रह चुके हैं.