राजधानी में मानसून की बारिश की शुरुआत हो चुकी है लेकिन नांगल बाजार इलाके में लगभग 5 महीने पहले सीवर की नई लाइन डाली गई थी, उसके बाद सीवर के आसपास जो मरम्मत का काम होना चाहिए था उसे नहीं किया गया और अब जगह जगह गड्ढे बने हुए हैं. इस बारिश में यहां से गुजरने वाले पैदल, टू व्हीलर या ई रिक्शा चालकों के लिए हादसों का सबब बनने को तैयार है.
चारों तरफ गड्ढे बने हुए हैं और बरसात होने के बाद उसमें पानी भर जाएगा और पानी भरने के बाद इन गड्ढों का यहां से गुजरने वालों को पता भी नहीं चलेगा. ऐसे में बरसात के दिनों में हादसे होने तय हैं.
नांगल बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि सीवर लाइन डालने का काम खत्म होने के बाद जल बोर्ड ने इस काम को पूरा नहीं किया. अब जल बोर्ड का कहना है कि जो सीवर के आसपास के हिस्से टूटे हुए हैं, उस काम की जिम्मेवारी एमसीडी की है. इसके लिए बाकायदा जल बोर्ड ने एमसीडी को पैसे दे दिए हैं जबकि एमसीडी के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें चेक से पेमेंट किया गया है, जो एमसीडी को स्वीकार नहीं है. उन्होंने चेक को वापस जल बोर्ड को भेज दिया है.
कहने का मतलब साफ है कि सिर्फ पैसे के लेनदेन को लेकर एमसीडी और जल बोर्ड की खींचातानी चल रही है और इस खींचातानी के कारण लगभग 5 महीने का वक्त बीत गया है और दोनों ही विभाग पैसे लेने और देने की बात को लेकर आपस में उलझे हुए हैं. जिसकी वजह से सीवर के आसपास के जो टूटे हुए हैं और गड्ढे हो गए हैं उसकी मरम्मत का काम नहीं हो पा रहा है. बाजार के लोगों के साथ-साथ बाजार में आने वाले ग्राहकों को परेशानी उठानी पड़ती है.