नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को हटाने के बाद दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो कश्मीर की डल झील में छठ मनाएंगे.
मनोज तिवारी ने कहा कि यकीनन 370 हटने से जम्मू कश्मीर, लद्दाख की संस्कृति का आदान प्रदान होगा. अगर सबकुछ ठीक रहा तो कश्मीर की डल झील में पवित्र छठ का त्योहार मनाएंगे. तिवारी अपने संसदीय क्षेत्र में जनसुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे. जनता दरबार में उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान किया.
'370 हट गया, अब होगा सांस्कृतिक आदान प्रदान'
एक सवाल के जवाब में सांसद मनोज तिवारी ने कहा की 370 हट चुका है जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों ने इसे बहुत पॉजिटिव लिया है. स्कूल खुल चुके हैं फिर भी एहतियात बरती जा रही है. उन्होंने कहा अब आगे संस्कृति के आदान प्रदान की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की संस्कृति को, नृत्य को, गीत को हम दिल्ली-लखनऊ-पटना लाते हैं. इसी तरह यहां की संस्कृति को भी वहां लेकर जाएंगे. हमारी योजना है कि हम दिल्ली से जाकर कश्मीर की डल झील में छठ पर्व मनाएं, और छट मैया जम्मू कश्मीर को और ज्यादा तरक्की खुशहाली दें.
सुनी जनता की समस्याएं
जनसुनवाई में लोग सीवर की समस्या, पानी की समस्या और पुलिस से जुड़े कई मामले लेकर पहुंचे थे. इस दौरान संबंधित विभाग जैसे दिल्ली पुलिस, MCD, DDA और दूसरे विभागों से जुड़े अधिकारी भी सांसद मनोज तिवारी के साथ मौजूद रहे.
जनता दरबार में उत्तर पूर्वी लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे. लोग निगम से जुड़ी समस्याओं के साथ-साथ, गंदे पानी की समस्या, सीवर की समस्या और भी कई समस्याओं को लेकर जनता दरबार में पहुंचे. इसके साथ-साथ सिविल डिफेंस, होमगार्ड और दिल्ली नगर निगम के कुछ टीचरों ने भी सांसद तिवारी के समक्ष अपनी समस्याओं का समाधान करने की गुहार लगाई.
सांसद ने जनता दरबार में पहुंचे लोगों की समस्याओं को ना केवल ध्यान से सुना बल्कि उनको शीघ्र से शीघ्र समाधान का भी आश्वासन दिया.
'AAP को ईवीएम से नहीं अपने कर्मों से लग रहा है डर'
AAP के राज्यसभा सांसद ने दिल्ली में चुनाव ईवीएम के बजाए बैलेट पेपर से कराए जाने की बात कही थी, जिस पर मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी बेलैंस खोती जा रही है.
उन्होंने कहा कि जिस ईवीएम से 70 में से 67 सीटें लेकर आ गए, अचानक उस ईवीएम से डर क्यों लग रहा है. उन्होंने कहा कि असल मे डर ईवीएम से नहीं बल्कि अपने कर्मों से है, जो उन्होंने 55 महीने कर्म किये हैं वह इस पांच महीने के झूठ और भ्रम से जनता को अपने स्वार्थ में नहीं ले पाएंगे.