ETV Bharat / state

पत्र लिख मनोज तिवारी ने केजरीवाल पर बोला हमला, कहा- प्रदूषण पर श्वेत पत्र लाएं CM - manish sisodia

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली सार्वजनिक परिवहन और प्रदूषण के मुद्दे पर श्वेत पत्र लाने की मांग की है.

मनोज तिवारी पत्र लिख पूछा सवाल
author img

By

Published : Jun 4, 2019, 11:44 PM IST

नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से संबंधित 10 सवाल पूछे हैं. महिलाओं को मुफ्त यात्रा देने की व्यवहारिकता पर सवाल उठाते हुए मनोज तिवारी ने सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर दिल्ली सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है.

मनोज तिवारी ने महिलाओं की मुफ्त यात्रा को चुनावी घोषणा करार देते हुए कहा है कि दिल्ली में बसों की कमी से टैक्सी और ऑटो की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. केजरीवाल दिल्ली के नागरिकों से दो हजार करोड़ सेस टैक्स के रूप में वसूलते हैं, लेकिन वो पैसा कहां खर्च होता है इसका कोई ब्यौरा किसी को नहीं देते.

Manoj Tiwari writes letter to Kejriwal seeking white paper on pollution
मनोज तिवारी पत्र लिख पूछा सवाल

'दिल्ली में बसों की संख्या कितनी है'
उन्होंने पत्र लिखकर सरकार से पूछा है कि 10 फरवरी 2015 को दिल्ली में डीटीसी और क्लस्टर बसों की संख्या कितनी थी और यह संख्या कितनी रह गई है. उन्होंने कहा दिल्ली की लो फ्लोर बसें 10 साल पुरानी हो गई हैं, इनके रखरखाव में सरकार कितने पैसे खर्च कर रही है. यह सार्वजनिक किया जाना चाहिए.

तिवारी ने पूछा है कि 2014 से आज तक दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों पर तीनों नगर निगमों से दिल्ली सरकार को कितना सेस मिलता है. दिल्ली सरकार ने इन पैसों का कहां इस्तेमाल किया है. साथ ही उन्होंने सरकार से पूछा है कि उन्होंने महिलाओं के लिए कितनी बसें चलाई हैं.

प्रदूषण की रोकथाम को लेकर भी सवाल
टैक्स के रूप में दिल्ली के लोगों द्वारा मोटी रकम वसूली जाती है. दिल्ली सरकार ने धूल और वाहनों से होने वाले प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए है. इसकी जानकारी भी सार्वजनिक की जानी चाहिए.

नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से संबंधित 10 सवाल पूछे हैं. महिलाओं को मुफ्त यात्रा देने की व्यवहारिकता पर सवाल उठाते हुए मनोज तिवारी ने सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर दिल्ली सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है.

मनोज तिवारी ने महिलाओं की मुफ्त यात्रा को चुनावी घोषणा करार देते हुए कहा है कि दिल्ली में बसों की कमी से टैक्सी और ऑटो की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. केजरीवाल दिल्ली के नागरिकों से दो हजार करोड़ सेस टैक्स के रूप में वसूलते हैं, लेकिन वो पैसा कहां खर्च होता है इसका कोई ब्यौरा किसी को नहीं देते.

Manoj Tiwari writes letter to Kejriwal seeking white paper on pollution
मनोज तिवारी पत्र लिख पूछा सवाल

'दिल्ली में बसों की संख्या कितनी है'
उन्होंने पत्र लिखकर सरकार से पूछा है कि 10 फरवरी 2015 को दिल्ली में डीटीसी और क्लस्टर बसों की संख्या कितनी थी और यह संख्या कितनी रह गई है. उन्होंने कहा दिल्ली की लो फ्लोर बसें 10 साल पुरानी हो गई हैं, इनके रखरखाव में सरकार कितने पैसे खर्च कर रही है. यह सार्वजनिक किया जाना चाहिए.

तिवारी ने पूछा है कि 2014 से आज तक दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों पर तीनों नगर निगमों से दिल्ली सरकार को कितना सेस मिलता है. दिल्ली सरकार ने इन पैसों का कहां इस्तेमाल किया है. साथ ही उन्होंने सरकार से पूछा है कि उन्होंने महिलाओं के लिए कितनी बसें चलाई हैं.

प्रदूषण की रोकथाम को लेकर भी सवाल
टैक्स के रूप में दिल्ली के लोगों द्वारा मोटी रकम वसूली जाती है. दिल्ली सरकार ने धूल और वाहनों से होने वाले प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए है. इसकी जानकारी भी सार्वजनिक की जानी चाहिए.

Intro:नई दिल्ली. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन और प्रदूषण के मुद्दे पर श्वेत पत्र लाने की मांग की है.


Body:प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से संबंधित 10 सवाल पूछे हैं. महिलाओं को मुफ्त यात्रा देने की व्यवहारिकता पर सवाल पूछते हुए मनोज तिवारी ने सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर दिल्ली सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है जिससे दिल्ली वालों के समक्ष केजरीवाल की इस झूठी घोषणा का पर्दाफाश हो सके.

मनोज तिवारी ने महिलाओं की मुफ्त यात्रा को चुनावी घोषणा करार देते हुए फिर कहा है कि दिल्ली में बसों की कमी से टैक्सी और ऑटो की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. केजरीवाल दिल्ली के नागरिकों से दो हजार करोड़ रुपए सेस टैक्स के रूप में वसूलते हैं. लेकिन उसका कहां-कहां और किस मद में खर्च किया जाता है इसका कोई ब्यौरा किसी को नहीं देते. उन्होंने केजरीवाल से पूछा कि 10 फरवरी 2015 को दिल्ली में डीटीसी और क्लस्टर बसों की संख्या कितनी थी और इसमें कितनी बसें चालू हालत में थी? आज डीटीसी और क्लस्टर बसों की संख्या कितनी रह गई हैं? उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि लो फ्लोर बसें 10 साल पुरानी हो गई हैं, इनके रखरखाव में सरकार कितने पैसे खर्च कर रही हैं? यह सार्वजनिक किया जाना चाहिए.

मनोज तिवारी ने पूछा कि 2014 से आज तक दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों पर तीनों नगर निगमों द्वारा दिल्ली सरकार को कितना सेस टैक्स मिला? दिल्ली सरकार ने इन पैसों का किस मद में इस्तेमाल किया? तिवारी ने केजरीवाल से सवाल पूछते हुए यह भी कहा कि इस अवधि में दिल्ली सरकार ने महिलाओं के लिए कितनी बसें चलाई? महिलाओं के लिए मेट्रो में कितने विशेष कोच लगाए गए?

केजरीवाल की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए तिवारी ने पूछा कि आज दिल्ली मेट्रो फेज 4 के अनुमोदन के लिए कितना पैसा खर्च किया जाना है? इसकी जानकारी भी दिल्ली के लोगों को होनी चाहिए परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा क्या कदम उठाए गए और उनमें कितनी सफलता मिली?

प्रदूषण की रोकथाम को लेकर भी सवाल

टैक्स के रूप में दिल्ली के लोगों द्वारा मोटी रकम वसूली जाने के बाद भी दिल्ली सरकार ने धूल और वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं? इसकी जानकारी भी सार्वजनिक की जानी चाहिए.

सिसोदिया द्वारा भाजपा को महिला विरोधी बताने का भी किया खंडन

मनीष सिसोदिया द्वारा भाजपा को महिला विरोधी बताने पर भी मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा महिलाओं को बसों और मेट्रो में मिलने वाली मुफ्त यात्रा की विरोधी नहीं है. लेकिन केजरीवाल की मंशा और नियति पर जरूर सवाल खड़े होते हैं. क्योंकि कुछ समय बाद ही दिल्ली में विधानसभा चुनाव है. इसीलिए केजरीवाल की ओर से ऐसी ऐसी घोषणाएं की जा रही हैं जो व्यवहारिक रूप से लागू नहीं हो पाएंगी और एक बार फिर इसका ठीकरा केजरीवाल केंद्र सरकार पर कर अपना पल्ला झाड़ लेंगे.

समाप्त, आशुतोष झा


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.