नई दिल्ली: कुछ दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जिसे लेकर ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के अलग-अलग विधानसभाओं में जाकर ईटीवी मोहल्ला कार्यक्रम के तहत जनता की समस्याओं को सामने ला रही है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत की टीम ने करावल नगर विधानसभा जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत की. लोगों ने बताया कि इलाके में जगह-जगह सड़के टूटी हुई हैं. कई जगह सीवर के गढ्ढे खुले पड़े हैं. जिससे लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.
टूटी सड़कों से परेशान लोग
जब ईटीवी भारत की टीम ने करावल नगर के लोगों से बातचीत की तो उन्होंने अपनी समस्याएं बताई. बातचीत के दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि बिहारीपुर क्षेत्र की सभी सड़कें टूटी पड़ी हैं और कई बार इसकी शिकायत विधायक से लेकर सीएम कार्यालय तक की गई है. लेकिन इसके बावजूद अभी तक इन सड़कों का निर्माण नहीं हो पाया है.
जिस कारण आए दिन इन टूटी सड़कों के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इतना ही नहीं सड़क टूटी होने के कारण मैनहोल के ढक्कन भी जमीन से काफी ऊपर उठ गए हैं. रात के अंधेर में आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
सीवर की समस्या
करावल नगर के लोगों ने बताया कि विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही पूर्व विधायक कपिल मिश्रा की ओर से सीवर की मरम्मत के लिए जमीन की खुदाई तो कराई गई. लेकिन काम होने के बाद अब तक उन गड्ढों को नहीं भरा गया है. जिसके कारण लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
लोगों का यहां तक कहना है कि पूर्व विधायक कपिल मिश्रा की ओर से करावल नगर विधानसभा क्षेत्र के हर इलाके में थोड़े बहुत विकास कार्य तो कराए गए हैं. लेकिन बिहारीपुर क्षेत्र में उनकी ओर से विकास का कोई कार्य नहीं कराया गया है. जिस कारण लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.
विधायक के दावों पर लगा सवालिया निशान
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के महत्वपूर्ण विधानसभा में से एक करावल नगर विधानसभा है. यहां के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता कपिल मिश्रा की ओर से अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराए जाने के दावे तो किए जाते हैं. लेकिन उन दावों की जमीनी पड़ताल करने के बाद पूर्व विधायक कपिल मिश्रा के दावे हवा हवाई साबित होते नजर आते हैं.
विधायक को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा
पूर्व विधायक कपिल मिश्रा के दावों की जांच करने जब ईटीवी भारत की टीम विहारीपुर इलाके में पहुंची. तो विधायक के प्रति लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. बातचीत के दौरान लोगों ने बताया कि विधायक बनने के बाद से विधायक के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं. जब तक वे आम आदमी पार्टी से विधायक थे, तब तक तो उनकी ओर से थोड़े बहुत विकास कार्य कराए जाते थे. लेकिन आम आदमी पार्टी का दामन छोड़ते ही उनका क्षेत्र से नाता मानो टूट गया है.