नई दिल्ली: जमीयत उलेमा हिंद ने हज 2021 के संबंध में कहा कि पिछले साल महामारी कोरोना की वजह से सऊदी सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के चलते भारत से कोई भी हज के सफर पर नहीं जा सका. उन्होंने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से मांग करते हुए कहा है कि इस साल नए सिरे से हज फार्म भरवाने के बजाए पिछले साल चुने गए आवेदकों में से ही हज 2021 के सफर पर भेजे जाएं.
पिछले साल के रजिस्ट्रेशन को दें प्राथमिकता
दिल्ली प्रदेश उपाध्याय मौलाना दाउद और महासचिव मौलाना जावेद ने कहा कि इसके लिए जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्तार अब्बास नकवी से भी मिलेगा. जमीयत उलेमा हिंद दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष मौलाना दाउद अमीनी ने कहा कि महामारी कि वजह से पिछले साल जो कुछ हुआ पूरी दुनिया ही उससे प्रभावित हुई. ऐसे में स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा होने की वजह से किसी भी देश से आजमीन मुकद्दस हज के सफर पर नहीं पहुंचे, यहां तक कि सिर्फ चुनिंदा सऊदी नागरिक ही हज के सफर में शामिल हुए.
अब क्योंकि भारत से कोई भी यात्री हज के सफर पर नहीं गया, ऐसे में हज कमेटी ने सफर के लिए चुने गए सभी यात्रियों की फीस और पासपोर्ट वापस कर दिए गए. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के ऐलान के बाद हज के सफर पर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है.
मौलाना दाउद अमीनी ने कहा कि जमीयत यह मांग करती है कि नए सिरे से रजिस्ट्रेशन करने के बजाए पिछले साल सलेक्ट किए आवेदकों में से ही लोगों की मुकद्दस हज के सफर पर जाने के लिए चुना जाए.
मुख्तार अब्बास नकवी से मिलेगा जमीयत का प्रतिनिधिमंडल
मौलाना जावेद सिद्दीकी ने भी कहा कि क्योंकि यह एक धार्मिक फरीजा है ऐसे में हर किसी की यह तमन्ना होती है कि वह मुकद्दस हज के सफर पर जाए और पिछले साल भारत से हज यात्रा मुल्तवी होने की वजह से आवेदकों को जमा धनराशि वापस लौटा दी गई थी.
उन्होंने कहा कि जमीयत मांग करती है कि इस साल उन्हीं आवेदकों में हज के सफर के लिए आवेदकों में से ही हज के सफर के लिए लोगों को चुना जाए. इसके लिए जल्द ही जमीयत का प्रतिनिधिमंडल मुख्तार अब्बास नकवी से मिलेगा. कारी अहरार ने बताया कि इसके लिए देश के सभी राज्यों की हज कमेटियों को भी चिट्ठी लिखकर अपनी मांग से अवगत कराया जाएगा.