नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में मृदुल फाउंडेशन और यूके मोरल अस्पताल ने फ्री हेल्थ कैंप घोंडा विधानसभा के जगजीत नगर स्थित पहाड़ी धर्मशाला पर लगाया.
कैंप में 400 मरीजों की गई जांच
डॉ.चौधरी ने बताया कि इस कैंप में सुबह से करीब चार सौ मरीजों की जांच की गई, जिनमें आंखों की समस्या के ज्यादा मरीज थे.
कैंप में फ्री ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और दांतों की भी जांच की गई, और फिजिएथिरेपी कि व्यवस्था भी कैंप में रखी गई थी.
गरीब लोगों को फ्री कार्ड भी दिए गए जिससे वह खुद को निर्धारित समय में मिरल अस्पताल में निशुल्क दिखा सकते हैं वहीं स्पेशलिस्ट डॉक्टर को आधी फीस पर दिखा सकते हैं.
'एडवरटाइजमेंट के लिए तैयार किया गया है मोहल्ला क्लीनिक'
केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिकके एक सवाल पर डॉ. यूके चौधरी ने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर आपने दिखावे के लिए बिल्डिंग खड़ी कर दी, जो किराए के मकान में भी किया जा सकता था.
चार टेंडर देते, कम पैसे वाली जगह पर बना देते, इस तरह गरीब व्यक्ति को भी कुछ मदद मिल जाती. आपने करोड़ों, अरबों रुपया खर्च कर दिया, दिल्ली की सड़कों पर, जोकि परमानेंट नहीं बल्कि टेम्परेरी है.
उस पर अपनी बड़ी-बड़ी फोटो लगवा दी, ऐसा लगता है जैसे उन्हें अपने एडवरटाइजमेंट में लिए ही तैयार किया गया है.
फ्री में चीजें मुहैया कराने के सवाल पर डॉ. चौधरी ने उलटे सवाल किया कि दो चार महीने मुफ्त की बात करते हुए किसी व्यक्ति को हैंडीकैप बना देना कहां तक ठीक है. दो चार महीने की बात है, आप पांच साल से देते तो बढ़िया था.
'डॉक्टरों और जांच के बगैर कैसी सुविधा'
उन्होंने केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिक पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सिर्फ सड़क किनारे का ड्रामा है और कुछ नहीं, शाम ढलते ही वहां कुत्ते लौटते हैं और नशेड़ी वहां बैठकर शराब पीते हैं.
उनमें डॉक्टर नहीं हैं, किसी भी जांच की कोई व्यवस्था नहीं है आखिर आप किस तरह की सुविधा दिल्ली वालों को देना चाहते हैं. यह आपका फेल्योर है, और दिखावे के अलावा कुछ नहीं है.
'दिखावे के लिए करा रही है तीर्थ यात्रा'
दिल्ली को क्या पूरे राष्ट्र को केजरीवाल को भुगतना पड़ रहा है, दिल्ली को देखकर बाकी लोग भी सीख लेलें तो बढ़िया है. मुझे लगता है कि जनता इस बार इनका अंत कर देगी.
केजरीवाल सरकार महज दिखावे के लिए बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करा रही है, दरअसल वहां पर भी केजरीवाल के बड़े बड़े बोर्ड लग जाते हैं, जहां बुजुर्ग घूमने जाते हैं.