ETV Bharat / state

सुनिए सरकार! पीने के पानी के लिए तरसते श्रीराम कॉलोनी के लोग

author img

By

Published : Sep 12, 2019, 10:55 AM IST

करावल नगर विधानसभा की श्रीराम कॉलोनी में इलाके के लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ता है. हालात तो ये है कि इस कॉलोनी के कुछ इलाकों में पानी पहुंचता ही नहीं है.

पीने के पानी के लिए तरसते लोग ETV BHARAT

नई दिल्ली: एक तरफ दिल्ली सरकार दिल्ली वालों को मुफ्त पानी देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है. दूसरी तरफ उत्तर पूर्वी दिल्ली के बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां के लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है.

रोजाना महिलाओं और बच्चों को पानी भरने के लिए मशक्कत उठानी पड़ रही है. ऐसा ही एक इलाका करावल नगर विधानसभा क्षेत्र में आता है श्रीराम कॉलोनी. जहां के लोग पानी के लिए परेशान हैं.

पीने के पानी के लिए तरसते श्रीराम कॉलोनी के लोग

यमुनापार के खजूरी खास में लगने वाली श्रीराम कॉलोनी करावल नगर विधानसभा में आती है. यहां कि सच्चाई ये है कि इस इलाके के लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ता है. हद तो यह है कि इस कॉलोनी के कुछ इलाकों में पानी पहुंचता ही नहीं. और अगर बात जल बोर्ड के टैंकर की करें तो बार-बार कहने के बाद भी यहां कभी पानी का टैंकर नहीं पहुंचता है.

नतीजा ये होता है कि स्थानीय निवासियों को खाने-पीने और आराम के बजाए चौक पर जमा होकर पानी भरने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है.

क्यों की जा रही है इलाके की अनदेखी
कहने को चुनावी सीजन के दौरान इस कॉलोनी में नेताओं का आना-जाना शुरू हो जाता है. हर दल से जुड़े नेता घर-घर जाकर लोगों से मिलते हैं. उनकी समस्याओं का निपटारा करने का वादा करते है. लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म होते हैं. वैसे ही नेता भी इन इलाकों को लावारिस छोड़कर निकल जाते हैं.

स्थानीय निवासियों को फिर से अपनी रोजमर्रा की जन-समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है. हद तो ये होती है कि बार-बार कहने के बावजूद स्थानीय नेता उनकी सुध तक नहीं लेते हैं.

टूटे नल से पानी भरने को हैं मजबूर
श्रीराम कॉलोनी में प्रवेश करते ही चौक पर खड़े कई खाने पीने के ठेलों के बीच गंदे नाले के पास छोटे-बड़े डिब्बे लेकर पानी भरने के लिए महिलाएं और बच्चे खड़े दिखाई देते है.
हैरत की बात तो ये है कि यहां कोई नल नहीं है, बल्कि पानी की एक पाइप लाइन है. जिसमें उंगली लगाकर कुछ इस अंदाज में धार बनाई गई है कि पानी सीधे डब्बे में चला जाये. और ऐसा नहीं है कि ऐसे कोई एक ही पानी भरता हो, कॉलोनी का हर कोई ऐसे ही अपना नम्बर आने पर डब्बे में पानी भरता है.

आईना दिखाने को काफी है तस्वीर
रोज इस तरह पानी भरने की लोगों की पीड़ा यकीनन हैरान और परेशान करने वाली है. देश की राजधानी दिल्ली की ये तस्वीर नेताओं को आईना दिखाने के लिए काफी है.

जैसे ही ईटीवी भारत की टीम लोगों से बात करने पंहुची वैसे ही लोगों की भीड़ भी टीम के सामने इकट्ठा होकर हंगामा करने लगी.

श्रीराम कॉलोनी के लोग लंबे समय से पीने के पानी की समस्या से परेशान हैं. हालात ये है कि रोजाना शाम ढलने के बाद महिलाएं और बच्चे पानी भरने के लिए पहुंच जाते हैं. लोगों से बातचीत के दौरान पता चला कि कैसे उन्हें रोज पानी भरने के लिए धक्के खाने पड़ते हैं.

नई दिल्ली: एक तरफ दिल्ली सरकार दिल्ली वालों को मुफ्त पानी देने के बड़े-बड़े दावे कर रही है. दूसरी तरफ उत्तर पूर्वी दिल्ली के बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां के लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है.

रोजाना महिलाओं और बच्चों को पानी भरने के लिए मशक्कत उठानी पड़ रही है. ऐसा ही एक इलाका करावल नगर विधानसभा क्षेत्र में आता है श्रीराम कॉलोनी. जहां के लोग पानी के लिए परेशान हैं.

पीने के पानी के लिए तरसते श्रीराम कॉलोनी के लोग

यमुनापार के खजूरी खास में लगने वाली श्रीराम कॉलोनी करावल नगर विधानसभा में आती है. यहां कि सच्चाई ये है कि इस इलाके के लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ता है. हद तो यह है कि इस कॉलोनी के कुछ इलाकों में पानी पहुंचता ही नहीं. और अगर बात जल बोर्ड के टैंकर की करें तो बार-बार कहने के बाद भी यहां कभी पानी का टैंकर नहीं पहुंचता है.

नतीजा ये होता है कि स्थानीय निवासियों को खाने-पीने और आराम के बजाए चौक पर जमा होकर पानी भरने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है.

क्यों की जा रही है इलाके की अनदेखी
कहने को चुनावी सीजन के दौरान इस कॉलोनी में नेताओं का आना-जाना शुरू हो जाता है. हर दल से जुड़े नेता घर-घर जाकर लोगों से मिलते हैं. उनकी समस्याओं का निपटारा करने का वादा करते है. लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म होते हैं. वैसे ही नेता भी इन इलाकों को लावारिस छोड़कर निकल जाते हैं.

स्थानीय निवासियों को फिर से अपनी रोजमर्रा की जन-समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है. हद तो ये होती है कि बार-बार कहने के बावजूद स्थानीय नेता उनकी सुध तक नहीं लेते हैं.

टूटे नल से पानी भरने को हैं मजबूर
श्रीराम कॉलोनी में प्रवेश करते ही चौक पर खड़े कई खाने पीने के ठेलों के बीच गंदे नाले के पास छोटे-बड़े डिब्बे लेकर पानी भरने के लिए महिलाएं और बच्चे खड़े दिखाई देते है.
हैरत की बात तो ये है कि यहां कोई नल नहीं है, बल्कि पानी की एक पाइप लाइन है. जिसमें उंगली लगाकर कुछ इस अंदाज में धार बनाई गई है कि पानी सीधे डब्बे में चला जाये. और ऐसा नहीं है कि ऐसे कोई एक ही पानी भरता हो, कॉलोनी का हर कोई ऐसे ही अपना नम्बर आने पर डब्बे में पानी भरता है.

आईना दिखाने को काफी है तस्वीर
रोज इस तरह पानी भरने की लोगों की पीड़ा यकीनन हैरान और परेशान करने वाली है. देश की राजधानी दिल्ली की ये तस्वीर नेताओं को आईना दिखाने के लिए काफी है.

जैसे ही ईटीवी भारत की टीम लोगों से बात करने पंहुची वैसे ही लोगों की भीड़ भी टीम के सामने इकट्ठा होकर हंगामा करने लगी.

श्रीराम कॉलोनी के लोग लंबे समय से पीने के पानी की समस्या से परेशान हैं. हालात ये है कि रोजाना शाम ढलने के बाद महिलाएं और बच्चे पानी भरने के लिए पहुंच जाते हैं. लोगों से बातचीत के दौरान पता चला कि कैसे उन्हें रोज पानी भरने के लिए धक्के खाने पड़ते हैं.

Intro:एक तरफ दिल्ली सरकार दिल्ली वालों को मुफ्त पानी देने के लंबे चौड़े दावे कर रही है वहीं दूसरी तरफ उत्तर पूर्वी दिल्ली के बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां के लोगों को पीने का पानी भी मयस्सर नहीं है, हद तो यह है कि खाना खाने और सोने के टाइम महिलाओं और बच्चों को पानी भरने के लिए मशक्कत उठानी पड़ रही है,ऐसा ही एक इलाका करावल नगर विधानसभा क्षेत्र में आता है श्रीराम कालोनी जहां के लोग पानी के लिए परेशान हैं.


Body:यमुनापार के खजूरी खास में लगने वाली श्रीराम कालोनी कहने को करावल नगर विधानसभा में लगता है, लेकिन सच्चाई यह है कि इस इलाके के लोगों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ता है. हद तो यह है कि न तो इस कालोनी के कुछ इलाकों में पानी नहीं पहुंचता, रही बात जल बोर्ड के टैंकर की तो बार बार कहने के बाद भी यहां कभी पानी का टैंकर नहीं पहुंचता, नतीजा यह होता होता है कि स्थानीय निवासियों को खाने पीने और आराम के बजाए चौक पर जमा होकर पानी भरने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है.

आखिर क्यों की जा रही है इलाके की अनदेखी
कहने को चुनावी सीजन के दौरान इस कालोनी में नेताओं का आना जाना शुरू हो जाता है, हर दल से जुड़े नेता घर घर जाकर लोगों से मिलते हैं, लेकिन जैसे ही चुनाव होकर निबटते हैं वैसे ही नेता भी इन इलाकों को लावारिस छोड़कर निकल जाते हैं. स्थानीय निवासियों को फिर से अपनी रोजमर्रा की जनसमस्याओं के लिए दोचार होना पड़ता है. हद तो यह होती है कि बार बार कहने के बावजूद स्थानीय नेता उनकी सुध तक नहीं लेते हैं.

रात में टूटे नल से पानी भरने को हैं मजबूर
श्रीराम कालोनी में प्रवेश करते ही चौक पर खड़े कई खाने पीने के ठेलों के बीच गंदे नाले के पास छोटे बड़े डिब्बे लेकर पानी भरने के लिए महिलाएं और बच्चे खड़े थे, हैरत की बात तो यह थी कि यहां कोई नाल नहीं था बल्कि पानी की एक पाइप लाइन ही थी, जिसमें उंगली लगाकर कुछ इस अंदाज में धार बनाई गई थी कि पानी सीधे डिब्बे में चला जाये, ऐसा नहीं था कि ऐसे कोई एक ही वाणी भर रहा हो बल्कि वहां मौजूद हर कोई ऐसे ही अपना नम्बर आने पर डिब्बे में पानी भर रहा था.

नेताओं को आईना दिखाने को काफी है यह तस्वीर
काफी देर तक खड़े होकर देखने पर पानी भर रहे लोगों की पीड़ा यकीनन हैरान और परेशान करने वाली थी, देश की राजधानी दिल्ली की यह तस्वीर नेताओं को आईना दिखाने के लिए काफी है.जैसे ही कैमरा निकाला वैसे ही लोगों की भीड़ भी हमारे सामने इकट्ठा होकर हंगामा करने लगी.



Conclusion:श्रीराम कालोनी के लोग लंबे समय से पीने के पानी की समस्या से परेशान हैं, हालात यह है कि शाम ढलने के बाद महिलाएं और बच्चे पानी भरने के लिए पहुंच जाते हैं. ऐसे ही कुछ लोगों से बात की है ईटीवी संवाददाता ने, जो बता रहे हैं कैसे उन्हें पानी भरने के लिए धक्के खाने पड़ते हैं.

पब्लिक के साथ वॉक थ्रू है......
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.