नई दिल्ली: बुधवार को ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद का आवाहन किया था. इन ट्रेड यूनियन के साथ कई संगठनों ने भी अपना समर्थन इन ट्रेड यूनियन को दिया था. इस भारत बंद के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. दिल्ली की घोंडा विधानसभा में लोगों को किसी भी एटीएम में कैश नहीं मिला. जिसके कारण लोग दिन भर अलग-अलग एटीएम में कैश ढूंढते फिरते रहे, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
दरअसल भारत बंद के आवाहन पर ऐसा माना जा रहा था कि अधिकतर बैंक बंद होंगे और लोगों को बैंकिंग सुविधाएं लेने में समस्या आएगी. ज्यादातर समस्या पैसे को जमा करने और पैसा निकासी को लेकर आ सकती थी.
एक दिन पहले ही लोगों ने निकाल लिया कैश
इसके चलते लोगों ने एक दिन पहले ही एटीएम से पैसे निकालने शुरू कर दिए थे. जिसके कारण 8 तारीख की सुबह अधिकतर एटीएम में कैश मौजूद नहीं था. दिल्ली की घोंडा विधानसभा में लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम जा रहे थे कि उन्हें शायद कहीं कैश मिल जाए लेकिन लोगों को निराशआ ही हाथ लगी. उन्हें कहीं कैश नहीं मिला.
ट्रेड यूनियन ने किया था भारत बंद का ऐलान
बता दें कि 10 ट्रेड यूनियन ने बुधवार को भारत बंद का आवाहन किया था. मौका पाकर अन्य एसोसिएशन ने भी इन ट्रेड यूनियन का साथ देने का निश्चय किया. ये सभी यूनियन और एसोसिएशन मिलकर केंद्र सरकार को घेरना चाहती थी.
कुछ बैंकों में बंद रहा कामकाज
घोंडा विधानसभा में कई सरकारी और कई प्राइवेट बैंकों के ऑफिस और एटीएम हैं. सभी सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंक भारत बंद के दौरान खुले रहे. एसबीआई में कार्य सुचारू रूप से चलता रहा. इसी प्रकार से पीएनबी और अन्य बैंकों में भी कार्य सुचारू रूप से चल रहा था.
लेकिन बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर नहीं थी. बैंक ऑफ बड़ौदा के उपभोक्ता जब सुबह बैंक पहुंचे तो उन्हें बैंक ऑफ बड़ौदा का शटर आधा गिरा हुआ मिला. अंदर कर्मचारी बैठे थे, लेकिन बाहर से किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था. लोगों को बताया गया कि हड़ताल के चलते बैंक को बंद किया गया है. लोग खाली हाथ घर वापस लौटे.
बोलने से बचते नजर आये बैंक अधिकारी
ईटीवी भारत की टीम जब घोंडा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले बैंकों पर गई और बैंक मैनेजर से इस बारे में बात करने की कोशिश की तो सभी बैंक मैनेजरों ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से मना किया. नाम ना बताने पर एक बैंक मैनेजर ने बताया कि उनके यहां कुछ स्टाफ बिना बताए छुट्टी पर गए हैं, लेकिन बैंक ने इसके लिए पूरी तैयारी कर रखी थी कि उनके ग्राहकों को कोई भी परेशानी ना हों.