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दिल्ली पुलिस को देश-विदेश में अलग दृष्टि से देखा जाता है- गृह मंत्री

पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली पुलिस का यह मुख्यालय बेहद अत्याधुनिक है. यहां कई प्रकार की सुविधाएं हैं. वह आज से ही अपने नए दफ्तर में बैठना शुरू कर देंगे, जबकि अन्य पुलिस अधिकारी अगले दो से तीन दिनों में शिफ्ट हो जाएंगे.

Amit shah inaugurated delhi police new headquarter
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Published : Oct 31, 2019, 9:39 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस की जमकर तारीफ की. उन्होंने लोगों से कहा कि पुलिस के प्रति उन्हें अपना नजरिया बदलने की आवश्यकता है. उन्हें अपनी समस्या दिखाई देती है, लेकिन पुलिस किस तरह दिन रात लोगों के लिए काम करती है, इस पर कोई ध्यान नहीं देता. इस मौके पर उन्होंने संसद हमले और बटला हाउस एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को भी याद किया.

गृह मंत्री अमित शाह ने किया पुलिस मुख्यालय का उद्घाटन

बेहद आधुनिक है मुख्यालय

पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली पुलिस का यह मुख्यालय बेहद अत्याधुनिक है. यहां कई प्रकार की सुविधाएं हैं. वह आज से ही अपने नए दफ्तर में बैठना शुरू कर देंगे, जबकि अन्य पुलिस अधिकारी अगले दो से तीन दिनों में शिफ्ट हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि यहां पर अपने मुख्यालय में वह बेहतर ढंग से लोगों की सेवा कर सकेंगे. यहां आने वाले लोगों को भी काफी सुविधाएं मिलेंगी.



'70 साल बाद मिला भव्य मुख्यालय'
उद्घाटन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस के सिपाही से लेकर कमिश्नर तक को बधाई देना चाहते हैं कि आखिरकार उन्हें 70 साल बाद अपना बेहतरीन मुख्यालय मिला. उन्होंने इस मुख्यालय के उद्घाटन को अपना सौभाग्य बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को देश-विदेश में अलग दृष्टि से देखा जाता है.



'पुलिस पर लोग उठाते हैं सवाल'
उन्होंने कहा कि लोग पुलिस की चूक पर सवाल उठाते हैं. 10 मिनट अगर पुलिसकर्मी लेट हो जाए तो वह लोगों को दिखता है. अगर वह फोन नहीं उठा पाया तो यह दिखता है. पूरी रात जागने के बाद अगर पुलिसकर्मी कुछ कह दे तो वह लोगों को चुभता है. लेकिन उन्हें यह नहीं दिखाई देता कि वह जब भैया दूज मना रहे होते हैं तो पुलिसकर्मी सड़क पर खड़ा होकर ड्यूटी कर रहा होता है. दिवाली के मौके पर जब आप त्योहार मना रहे होते हैं तो वह पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर खड़ा रहता है. उसके भी बच्चे उम्मीद करते हैं कि वह अपने पिता के साथ दिवाली मनाएं. लेकिन ऐसा नहीं हो पाता.


'बिना घड़ी देखें काम करती है दिल्ली पुलिस'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देशभर में केवल पुलिस ही एक ऐसा विभाग है जो बिना घड़ी देखे काम करता है. सुबह हो या शाम वह कभी भी आराम नहीं कर सकते. उन्हें कभी भी घड़ी देखने की स्वतंत्रता दी ही नहीं गई है. उन्होंने कहा कि टीवी पर मोटे तोंद वाले पुलिसकर्मी को दिखाया जाता है. लेकिन यह नहीं दिखाया जाता कि पुलिसकर्मी को कभी अपनी पत्नी के साथ बैठकर आराम से खाने का मौका ही नहीं मिलता. वह रात को किसी चौराहे पर तीन बजे पाव भाजी खा कर अपना गुजारा करता है.




'शहीदों को किया गृह मंत्री ने याद'
इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भवन निर्माण से लक्ष्य की सिद्धि नहीं होती है. भावनाओं का निरूपण करने से दायित्व पूरा होता है. दिल्ली पुलिस को भी सेवा के इस भाव को आगे बढ़ाना है. इस मौके पर उन्होंने संसद हमले में शहीद हुए एएसआई नानक चंद, एएसआई रामपाल, हवलदार घनश्याम, बिजेंदर, ओमप्रकाश और बटला हाउस में मुठभेड़ में शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को भी याद किया. उन्होंने कहा कि देश इनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा.

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस की जमकर तारीफ की. उन्होंने लोगों से कहा कि पुलिस के प्रति उन्हें अपना नजरिया बदलने की आवश्यकता है. उन्हें अपनी समस्या दिखाई देती है, लेकिन पुलिस किस तरह दिन रात लोगों के लिए काम करती है, इस पर कोई ध्यान नहीं देता. इस मौके पर उन्होंने संसद हमले और बटला हाउस एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को भी याद किया.

गृह मंत्री अमित शाह ने किया पुलिस मुख्यालय का उद्घाटन

बेहद आधुनिक है मुख्यालय

पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली पुलिस का यह मुख्यालय बेहद अत्याधुनिक है. यहां कई प्रकार की सुविधाएं हैं. वह आज से ही अपने नए दफ्तर में बैठना शुरू कर देंगे, जबकि अन्य पुलिस अधिकारी अगले दो से तीन दिनों में शिफ्ट हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि यहां पर अपने मुख्यालय में वह बेहतर ढंग से लोगों की सेवा कर सकेंगे. यहां आने वाले लोगों को भी काफी सुविधाएं मिलेंगी.



'70 साल बाद मिला भव्य मुख्यालय'
उद्घाटन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस के सिपाही से लेकर कमिश्नर तक को बधाई देना चाहते हैं कि आखिरकार उन्हें 70 साल बाद अपना बेहतरीन मुख्यालय मिला. उन्होंने इस मुख्यालय के उद्घाटन को अपना सौभाग्य बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को देश-विदेश में अलग दृष्टि से देखा जाता है.



'पुलिस पर लोग उठाते हैं सवाल'
उन्होंने कहा कि लोग पुलिस की चूक पर सवाल उठाते हैं. 10 मिनट अगर पुलिसकर्मी लेट हो जाए तो वह लोगों को दिखता है. अगर वह फोन नहीं उठा पाया तो यह दिखता है. पूरी रात जागने के बाद अगर पुलिसकर्मी कुछ कह दे तो वह लोगों को चुभता है. लेकिन उन्हें यह नहीं दिखाई देता कि वह जब भैया दूज मना रहे होते हैं तो पुलिसकर्मी सड़क पर खड़ा होकर ड्यूटी कर रहा होता है. दिवाली के मौके पर जब आप त्योहार मना रहे होते हैं तो वह पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर खड़ा रहता है. उसके भी बच्चे उम्मीद करते हैं कि वह अपने पिता के साथ दिवाली मनाएं. लेकिन ऐसा नहीं हो पाता.


'बिना घड़ी देखें काम करती है दिल्ली पुलिस'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देशभर में केवल पुलिस ही एक ऐसा विभाग है जो बिना घड़ी देखे काम करता है. सुबह हो या शाम वह कभी भी आराम नहीं कर सकते. उन्हें कभी भी घड़ी देखने की स्वतंत्रता दी ही नहीं गई है. उन्होंने कहा कि टीवी पर मोटे तोंद वाले पुलिसकर्मी को दिखाया जाता है. लेकिन यह नहीं दिखाया जाता कि पुलिसकर्मी को कभी अपनी पत्नी के साथ बैठकर आराम से खाने का मौका ही नहीं मिलता. वह रात को किसी चौराहे पर तीन बजे पाव भाजी खा कर अपना गुजारा करता है.




'शहीदों को किया गृह मंत्री ने याद'
इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भवन निर्माण से लक्ष्य की सिद्धि नहीं होती है. भावनाओं का निरूपण करने से दायित्व पूरा होता है. दिल्ली पुलिस को भी सेवा के इस भाव को आगे बढ़ाना है. इस मौके पर उन्होंने संसद हमले में शहीद हुए एएसआई नानक चंद, एएसआई रामपाल, हवलदार घनश्याम, बिजेंदर, ओमप्रकाश और बटला हाउस में मुठभेड़ में शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को भी याद किया. उन्होंने कहा कि देश इनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा.

Intro:नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस की जमकर तारीफ की. उन्होंने लोगों से कहा कि पुलिस के प्रति उन्हें अपना नजरिया बदलने की आवश्यकता है. उन्हें अपनी समस्या दिखाई देती है, लेकिन पुलिस किस तरह दिन रात लोगों के लिए काम करती है, इस पर कोई ध्यान नहीं देता. इस मौके पर उन्होंने संसद हमले एवं बटला हाउस एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को भी याद किया.


Body:पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली पुलिस का यह मुख्यालय बेहद अत्याधुनिक है. यहां कई प्रकार की सुविधाएं हैं. वह आज से ही अपने नए दफ्तर में बैठना शुरू कर देंगे, जबकि अन्य पुलिस अधिकारी अगले दो से तीन दिनों में शिफ्ट हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि यहां पर अपने मुख्यालय में वह बेहतर ढंग से लोगों की सेवा कर सकेंगे. यहां आने वाले लोगों को भी काफी सुविधाएं मिलेंगी.



70 साल बाद मिला भव्य मुख्यालय
उद्घाटन के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस के सिपाही से लेकर कमाई कमिश्नर तक को बधाई देना चाहते हैं कि आखिरकार उन्हें 70 साल बाद अपना बेहतरीन मुख्यालय मिला. उन्होंने इस मुख्यालय के उद्घाटन को अपना सौभाग्य बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को देश-विदेश में अलग दृष्टि से देखा जाता है.



पुलिस पर लोग उठाते हैं सवाल
उन्होंने कहा कि लोग पुलिस की चूक पर सवाल उठाते हैं. 10 मिनट अगर पुलिसकर्मी लेट हो जाए तो वह लोगों को दिखता है. अगर वह फोन नहीं उठा पाया तो यह दिखता है. पूरी रात जागने के बाद अगर पुलिसकर्मी कुछ कह दे तो वह लोगों को चुभता है. लेकिन उन्हें यह नहीं दिखाई देता कि वह जब भैया दूज मना रहे होते हैं तो पुलिसकर्मी सड़क पर खड़ा होकर ड्यूटी कर रहा होता है. दिवाली के मौके पर जब आप त्यौहार मना रहे होते हैं तो वह पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर खड़ा रहता है. उसके भी बच्चे उम्मीद करते हैं कि वह अपने पिता के साथ दिवाली मनाएं. लेकिन ऐसा नहीं हो पाता.


बिना घड़ी देखें काम करती है दिल्ली पुलिस
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देशभर में केवल पुलिस ही एक ऐसा विभाग है जो बिना घड़ी देखे काम करता है. सुबह हो या शाम वह कभी भी आराम नहीं कर सकते. उन्हें कभी भी घड़ी देखने की स्वतंत्रता दी ही नहीं गई है. उन्होंने कहा कि टीवी पर मोटे तोंद वाले पुलिसकर्मी को दिखाया जाता है. लेकिन यह नहीं दिखाया जाता कि पुलिसकर्मी को कभी अपनी पत्नी के साथ बैठकर आराम से खाने का मौका ही नहीं मिलता. वह रात को किसी चौराहे पर तीन बजे पाव भाजी खा कर अपना गुजारा करता है.




Conclusion:शहीदों को किया गृह मंत्री ने याद
इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भवन निर्माण से लक्ष्य की सिद्धि नहीं होती है. भावनाओं का निरूपण करने से दायित्व पूरा होता है. दिल्ली पुलिस को भी सेवा के इस भाव को आगे बढ़ाना है. इस मौके पर उन्होंने संसद हमले में शहीद हुए एएसआई नानक चंद, एएसआई रामपाल, हवलदार घनश्याम, बिजेंदर, ओमप्रकाश और बटला हाउस में मुठभेड़ में शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को भी याद किया. उन्होंने कहा कि देश इनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा.
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