नई दिल्ली: 1991 बैच के आईएएस ऑफिसर पर साथी महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ का आरोप लगा है. पहले भी IAS ऑफिसर पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं. आईएएस अधिकारी का नाम मोहनजीत सिंह है. इस मामले में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं और एक तय समय सीमा में कमेटी को रिपोर्ट सबमिट कराने का आदेश भी दिया है.
बता दें ये पूरा मामला 21 जून का है, जब कथित तौर पर IAS अधिकारी मोहन जीत सिंह ने अपनी साथी महिला कर्मचारी को व्हाट्सएप पर अनुवांशिक मैसेज किए थे जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा और महिला की शिकायत के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने जांच के आदेश दिए.
मोहनजीत सिंह पर पहले भी लगते रहे हैं आरोप
मोहनजीत सिंह के कार्यकाल की बात करें तो ईस्ट दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के कमिश्नर रहते हुए उन पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगे, यहां तक कि आम आदमी पार्टी ने भी कई बार मोहन जीत सिंह पर आरोप लगाए. AAP के अनुसार मोहन जीत सिंह ने दिल्ली सरकार की घर-घर राशन पहुंचाने की स्कीम में कई बार अड़ंगा भी अड़ाया था.
जिसके बाद वहां से मोहनजीत सिंह का ट्रांसफर कर दिया गया और वो डेपुटेशन पर फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट में आ गए. यहां पर भी उनपर कथित तौर पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. शिकायत मिलने के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने 3 लोगों की एक कमेटी बनाई है.
तय सीमा पर देनी होगी रिपोर्ट
टीम में सीनियर आईएएस लेवल के अधिकारी शामिल हैं. जांच कमेटी का नेतृत्व शहरी विकास विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी मनीषा सक्सेना और जांच कमेटी में दिल्ली विजिलेंस विभाग की सेक्रेटरी गीतांजलि और NDMC की तरफ से सेक्रेटरी रश्मि सिंह को शामिल किया गया है.
कमेटी को एक तय सीमा में पूरे मामले की जांच करके LG को रिपोर्ट सौंपनी है, जिसके बाद एलजी इस पूरे मामले पर फैसला लेंगे. ईटीवी भारत की टीम ने जब इस पूरे मामले पर मोहनजीत सिंह से बात करने की कोशिश की तो, उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला.