नई दिल्ली: दिल्ली वेस्ट जिले के सुभाष नगर में 11 साल बाद मल्टी लेवल पार्किंग और कम्युनिटी सेंटर का उद्घाटन (Inauguration of Multi Level Parking and Community Center) दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा किया गया. उद्घाटन के बाद इस काम का श्रेय बीजेपी और आप दोनों लेने में जुट गई है और इसके लिए आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई है.
आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद सुरेंद्र सेतिया का दावा है कि उन्होंने इस पार्किंग के काम को पूरा करवाने में अहम भूमिका निभाई थी. एमसीडी के अधिकारी, कमिश्नर तक से बार-बार शिकायत की. यहां तक कि कुछ महीने पहले एमसीडी कमिश्नर का राउंड भी करवाया था. लेकिन फायर की एनओसी नहीं मिलने के कारण उद्घाटन का काम लटक गया. साथ ही उनका आरोप है कि एमसीडी के चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में बीजेपी पार्किंग और कम्युनिटी सेंटर के उद्घाटन को लेकर राजनीति कर रही है और उन्हें लगता है कि चुनाव में इसका फायदा होने वाला है. उनका यह भी कहना है कि इलाके के बीजेपी नेता कुछ भी कोशिश कर ले लेकिन लोगों को सब पता है कि इस पार्किंग को शुरू करवाने में किसने कितनी और किस तरह से भूमिका निभाई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें इस कार्यक्रम में बुलाया नहीं गया.
बीजेपी के मंडल अध्यक्ष और पार्षद का चुनाव लड़ चुके गगन साहनी का कहना है कि शुरू से ही पार्किंग के काम को पूरा करवाने के लिए बीजेपी के तमाम बड़े नेता और यहां तक कि इलाके के सांसद प्रवेश वर्मा ने काफी मेहनत की थी. उसी का परिणाम है कि यह मल्टी लेवल पार्किंग और कम्युनिटी सेंटर जनता को समर्पित कर दिया गया है. आप पूर्व पार्षद के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. उन्होंने इस पार्किंग के काम में देरी को लेकर कभी भी सदन में चर्चा नहीं की और ना ही कभी बीजेपी शासित एमसीडी के खिलाफ मल्टी लेवल पार्किंग काम में देरी को लेकर विरोध जताया.
ये भी पढ़ें: चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार को दिल्ली की आधी आबादी की चिंता
वहीं पूर्व पार्षद को इस कार्यक्रम में नहीं बुलाये जाने से संबंधित सवाल पूछने पर उन्होंने कहा की कार्यक्रम एमसीडी का था, इसलिए एमसीडी अधिकारियों को देखना था कि किसको बुलाए जाना है और किसको नहीं. गगन साहनी का यह भी दावा है कि उन्हें भी नहीं बुलाया गया था, लेकिन इलाके के लोगों के लिए यह एक बड़ा तोहफा था ऐसे में वह खुद वहां पहुंचे और अगर पूर्व पार्षद ने इस मल्टी लेवल पार्किंग के लिए कोई काम किया होता तो उन्हें खुद इस कार्यक्रम में आ जाना चाहिए था.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप