नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन के दौरान जहां सरकार लोगों की आर्थिक सहायता करने के दावे कर रही थी तो वहीं दिल्ली सरकार द्वारा ही सैकड़ों महिलाओं के विधवा पेंशन को बंद कर दिया गया, जो कि उन्हें पहले तो मिल रही थी लेकिन लॉकडाउन के दौरान ही इस पेंशन को सरकार द्वारा बंद किया गया. जिससे सरकार के तमाम दावों की पोल खुल कर सामने आ जाती है.
दरअसल, दिल्ली सरकार उन महिलाओं को पेंशन के रूप में कुछ रुपए देती है, जिनके पति की मौत हो गई और वह कमाई नहीं कर पा रही हैं. ऐसी महिलाएं सरकारी योजनाओं से मिलने वाले पैसों के सहारे ही अपना जीवन यापन करती हैं. लॉकडाउन के दौरान जहां दिल्ली सरकार द्वारा कई लोगों को आर्थिक सहायता देने का दावा किया गया तो वहीं इसके बिल्कुल विपरीत सरकार द्वारा विधवा पेंशन को बंद कर दिया गया.
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इस जानकारी को आरटीआई के माध्यम से समाजसेवी हरपाल राणा द्वारा निकाला गया है. जिसमें दिखाया गया कि करीब 1100 महिलाओं की विधवा पेंशन दिल्ली सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान बंद कर दी गयी है. जिससे उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन में वैसे ही कामकाज पूरी तरह से ठप है और महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है, ऐसे में सरकारी योजनाओं से मिलने वाले पैसों के सहारे जिंदगी चलाने वाली महिलाओं को अगर पेंशन ना मिले तो उनका जीवन यापन और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है.
समाजसेवी हरपाल राणा द्वारा मांग की जा रही है कि सरकार जल्द से जल्द रुकी हुई विधवा पेंशन को शुरू करे. साथ ही साथ जितने महीने की विधवा पेंशन को सरकार ने रोका है, उसको एरियर के तौर पर एक साथ जरूरतमंद महिलाओं को सरकार द्वारा देना चाहिए, जिससे इन महिलाओं को आर्थिक दिक्कतों से छुटकारा भी मिले और एक साथ एरिया में मिले पैसे उनके काम आ सकें लेकिन फिलहाल ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है.