नई दिल्लीः हर दुल्हन का सपना होता है कि वह अपने शादी समारोह में सबसे खूबसूरत दिखाई दे. दुल्हन की खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए मेकअप और ज्वेलरी की मुख्य भूमिका तो होती ही है मगर लहंगा सबसे खास होता है. इसके लिए लड़कियां काफी पहले से तैयारियां शुरू कर देती हैं. सबसे ज्यादा मुश्किल काम खूबसूरत और किफायती लहंगा खरीदने का होता है. इस समय गर्मियों का मौसम है. गांव देहात में खूब शादियां होती हैं. यदि आप की भी शादी है या किसी शादी समारोह में हिस्सा लेना चाहती हैं तो चांदनी चौक के गली घंटे वाली आ सकती हैं. यहां गर्मी के सीजन में तैयार होने वाले लहंगों की वैरायटी मिल जाएगी.
इस रिपोर्ट को पढ़ कर आप जान पाएंगी गर्मी के मौसम के हिसाब से स्टाइलिश और एवरग्रीन लहंगा तैयार करवाने का तरीका क्या है. शादी का लहंगा ऐसा होना चाहिए जो शादी के बाद भी कुछ मौकों पर पहना जा सके. वरना, इस पर खर्च किए गए आपके पैसे बर्बाद हो जाते हैं. यहां हर वर्ग के बजट को सूट करने वाले लहंगे मिलते हैं. चांदनी चौक की गली घंटेवाली और कटरा शहंशाही में बाजार को समझने की कोशिश की. यहां ब्राइडल लहंगा डिजाइनर जितेंद्र से बातचीत कर जाना कि गर्मियों और ट्रैंडिंग्स के मुताबिक किस तरह से लहंगों को तैयार किया जा सकता है?
फैब्रिक और वर्क
जितेंद्र ने बताया कि गर्मियों की शादियों में लहंगा तैयार कराते समय फेब्रिक और उनके वर्क का खास ध्यान रखें. गर्मियों में विशेष रूप से नेट, औरगेंजा, सिल्क कॉटन सिल्क और लग्जरी फैब्रिक के लहंगे बनवाने चाहिए. इस कपड़े पर गोटा पत्ती, जरदोजी वर्क, आरी वर्क के साथ कलमकारी का काम करवाएं. इससे लहंगे को खूबसूरत बनाया जा सकता है. इसके अलावा ब्राइडल अपनी पसंद के मुताबिक कुछ सितारों का काम भी करवा सकती हैं. इस तरह के वर्क से आपका लहंगा भारी लगेगा, लेकिन पहनने में काफी हल्का होगा. जितेंद्र ने बताया कि आजकल लहंगों पर हाथ और मशीन दोनों से कढ़ाई की जाती है. इसमें ज्यादातर लहंगों पर मल्टी वर्क किया जाता है. अगर लहंगे में जरदोजी का काम हुआ है तो उसमें पर्ल और करधाना का काम साथ में किया जाता है.
चोली ऐसे तैयार कराएं
आजकल बॉलीवुड हिरोइन की ड्रेस भी ट्रेंडिंग आती है, जिसे ब्राइडल फॉलो करती हैं. लहंगे के लुक को और निखारने के लिए चोली की डिजाइन और सिलाई भी सुंदर होनी चाहिए. जितेंद्र ने आज कल की ट्रेंडिंग को ध्यान ने रखा कर बताया कि अब लॉन्ग चोली का फैशन खत्म हो गया है. उन्होंने बताया कि आज कल सभी दुल्हन शॉर्ट चोली पहनना पसंद करती हैं. वहीं फ्रंट नेक के साइज में भी बदलाव आया है. पहले इसकी लंबाई 15 इंच होती थी, वहीं अब ज्यादातर 13 इंच की मांग लगी है. अगर बात करने नेक साइज की तो पहले नेक की गहराई 7 इंच होती थी. वहीं आज कल की ट्रेंडिंग में 8 इंच से 8.5 इंच तक बनवाया जा रहा है. जितेंद्र ने बताया कि लहंगे पर अगर हैवी वर्क है तो चोली को ज्यादा हैवी न बनवाएं. पीछे नेक पर और बाजुओं पर थोड़ा काम करवा सकती हैं. बाकी हिस्सा प्लेन रखें. स्लीव्स की लंबाई तीन-चौथाई का भी फैशन चलन में है.
दो दुपट्टे का चलन
ब्राइडल लहंगे पर दो रंग के दुपट्टे का चलन बढ़ा है. ऐसे में एक दुपट्टा हैवी वर्क वाला और दूसरा हल्का लिया जाता है. जितेंद्र ने बताया कि अगर आप का लहंगा हल्के रंग का है तो उसपर कंट्रास्ट यानी डार्क रंग का दुपट्टा लेने चाहिए. इसमें गिलजई वर्क करवाने से दुपट्टा देखने में हैवी और शाइनी लगता है, लेकिन पहनने पर हल्का रहेगा. दुपट्टे की लंबाई ज्यादा रखनी चाहिए. भारी दुपट्टा कंधे से लें और हल्का सिर पर बने बन के ऊपर से लिया जाता है. गौरतलब है कि चांदनी चौक के कटरा शहंशाई में लहंगों की कई वैरायटी मिलती है. खास बात यह है कि यहां आप के पसंद से लहंगों को डिजाइन कर के सिला भी जाता है. वहीं सभी ग्राहकों के बजट के हिसाब से लहंगों को लिया जा सकता है. कटरा शहंशाई पहुंचना काफी आसान है. यह घंटा घर चौक के बिल्कुल नजदीक है. यहां आप मेट्रो और बस से भी आसानी से पहुंच सकते हैं.